रांची: भाजपा से कांके विधायक समरी लाल की सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और प्रदेश कांग्रेस के संयुक्त शिष्टमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि कार्यालय अंचल अधिकारी से निर्गत विधायक समरी लाल का अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र का दावा गलत है। कांके अनुसूचित जाति के लिए विधानसभा चुनाव में आरक्षित है।
इसलिए उन्होंने यह गलत जाति प्रमाण पत्र नामांकन के समय प्रस्तुत कर चुनाव लड़ने का काम किया और वे गत चुनाव में निर्वाचित हुए।
अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र प्राप्त करने की अर्हता नहीं रखते हैं
समरी लाल राजस्थान राज्य के प्रवासी हैं एवं उनके पिता रोजगार की तलाश में रांची में प्रवास में आये और बस गये। समरी लाल राजस्थान के प्रवासी हैं।
इसलिए झारखंड राज्य में अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र प्राप्त करने की अर्हता नहीं रखते हैं। शिष्टमंडल ने मांग की है कि समीर लाल की झारखंड विधान सभा की सदस्यता अविलम्ब रदद् करते हुए कांके विधानसभा सीट को रिक्त घोषित किया जाए।
शिष्टमंडल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य, केशव महतो कमलेश, विनोद पाण्डेय आदि शामिल थे।