रांची: पूजा सिंघल के दामन भ्रष्टाचार के कारण दागदार हो गए हैं। ऐसा पहले भी हो चुका है।
जब झारखंड में रघुवर दास के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार थी। उस वक्त रघुवर दास लगभग हर सप्ताह सूचना भवन में जनसंवाद का आयोजन किया करते थे। उस दरमियान फरियादी अपनी गुहार लेकर उनके सामने आते थे।
पूजा सिंघल शर्म से भर गईं थीं
पूजा सिंघल जब कृषि विभाग की सचिव हुआ करती थी। तब एक घटना घटी उस वक्त पूजा सिंघल शर्म से भर गई।
दरअसल एक दिन धनबाद से एक फरियादी अपनी फरियाद लेकर आया था। उसने बताया कि धनबाद मार्केटिंग बोर्ड में उसकी एक दुकान है।
अधिकारी उससे पैसे मांगता है, कहते है कि पैसा ऊपर तक जाता है पैसा। रांची में कोई मैडम हैं पूजा सिंघल, उनको भी पैसा पहुंचाना पड़ता है।
यह संयोग था कि पूजा सिंघल उस फरियादी के एकदम बगल में उस वक्त बैठी हुईं थीं। उस वक़्त पूजा सिंघल उस समय कृषि विभाग की सचिव थीं।
जब उस बुर्जुग ने अपनी बातें रखी तो पूरा रूम हसी-ठहाके से गूंज उठा। थोड़ी देर के लिए रघुवर दास भी शांत हो गए थे। पूजा सिंघल शर्म से जमीन की तरफ इस कदर देख रही थीं, मानों की धरती फट गई हो और वह उसमें समा जायेंगी।
झारखंड की सीनियर अधिकारी हैं पूजा सिंघल
बता दें कि सिंघल 2000 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं और पहले खूंटी जिले में डीसी के रूप में तैनात थीं।
यह मामला झारखंड के जूनियर अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ 2020 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पीएमएलए के तहत दर्ज मामले से जुड़ा है।
पूजा सिंघल झारखंड की सीनियर अधिकारी हैं। वर्तमान में उनके पास उद्योग सचिव और खान सचिव का प्रभार है।
इसके अलावा पूजा सिंघल झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (जेएसएमडीसी ) की चेयरमैन भी हैं। बता दें कि पूजा सिंघल इससे पहले भी बीजेपी की सरकार में कृषि सचिव के पद पर तैनात थीं। पूजा मनरेगा घोटाले के वक्त खूंटी में डीसी पद पर तैनात थीं।