रांची: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB ) ने जुमार नदी अतिक्रमण मामले की जांच में कांके के तत्कालीन सीओ अनिल कुमार और राजस्व उप निरीक्षक रंजीत कुमार को दोषी पाया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एसीबी जुमार नदी अतिक्रमण मामले की जांच कर रही थी।
एसीबी सूत्रों ने बताया कि कांके के तत्कालीन सीओ अनिल कुमार और राजस्व उप निरीक्षक रंजीत कुमार को भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम की धारा के तहत स्पष्ट रूप से दोषी पाया गया है।
रिवर व्यू प्रोजेक्ट के नाम पर नदी की जमीन को समतलीकरण करने के मामले में एसीबी की टीम ने यह पाया है कि कांके के तत्कालीन अंचल पदाधिकारी और कर्मियों के द्वारा सोची समझी साजिश एवं अप्रत्यक्ष रूप से निजी हितों के कारण सही तथ्य छुपाये गए हैं. एसीबी ने अपनी 18 पन्नों की जांच रिपोर्ट में पूरी जांच की बिंदुवार रिपोर्ट जमा कर दी है।
एसीबी की टीम की ओर से की गयी जांच के अनुसार रिवर व्यू के नाम से कोई भी संस्थान रस्जिटर्ड नहीं है।
लेकिन कमलेश कुमार की ओर से डीड के माध्यम से खरीद बिक्री की गयी है।
जांच के दौरान यह पाया गया कि जुमार नदी की भूमि जिसका खाता संख्या 136 प्लाट संख्या 2381 पर आंशिक रूप से मिट्टी के भराव का कार्य किया गया है।
इस जमीन को विवादास्पद बताया गया है उसपर प्लॉटिंग की जा रही है।
एसीबी ने कांके के अंचल अधिकारी अनिल कुमार से कई सवाल किये गए जिसका जवाब भी उन्होंने दिया।