रामगढ़: रामगढ़ छावनी परिषद के द्वारा खुटराजारा में कोविड-संक्रमित मरीजों की लाश जलाने का फैसला लिया गया, तो उसका विरोध भी शुरू हो गया है।
मंगलवार को सात गांवों के ग्रामीणों की बैठक खुटराजारा गांव में आयोजित की गई। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि छावनी परिषद का यह फैसला बिल्कुल मान्य नहीं है। वह इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं।
मौके पर आजसू महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष अर्चना महतो ने कहा कि कोरोना से मरने वाले व्यक्तियों की लाश शहर में ही जलाने की व्यवस्था की जाए।
हमारा गांव कोई श्मशान घाट नहीं है। जिस इलाके में लाश जलाने का फैसला लिया गया है उससे कुछ ही दूरी पर आबादी वाले गांव हैं।
मुर्रामकला, जारा टोला, कांकेबार, सिऊर, कंडेर, सिहदवार, पोचरा के ग्रामीणों की संयुक्त बैठक खुटूरजारा, टायर मोड में हुई।
ग्रामीणों ने कहा कि छावनी परिषद द्वारा रामगढ़ मुक्ति धाम में कोरोना से मृत व्यक्तियों का दाह संस्कार नहीं करने का निर्णय लिया है।
साथ ही नई जगह के रूप में मुर्राम कला स्थित टेंचिंग ग्राउंड के इलाके को चिन्हित किया गया। जिसका हम सभी ग्रामीण विरोध करते हैं।
अर्चना महतो ने कहा कि छावनी परिषद द्वारा शहरों के कूड़े कचड़े को उठा कर टायर मोड़ टेंचिन ग्राउंड में फेंक देती है।
वहां कूड़े का भंडार लगा है, जिससे यहां के निवासियों में अनेकों तरह के बीमारी फैली हुई है।
यदा कदा आग लगा कर कूड़े को जलाने से स्वांस की भी बीमारी इस क्षेत्र में बढ़ गई है।
इसका कोई समाधान छावनी परिषद के पास नहीं है। इस इलाके से गुजरी सड़क सिउर, कंडेर, सिहदवार, पोचरा आदि गाँवों को जोड़ती है।
वह पूरी तरह बाधित हो जाएगी और कोरोना पूरे ग्रामीण क्षेत्र में फैल जाएगा। उस स्थान के अगल बगल में किसानों द्वारा सब्जी उगाई जाती है। जो बाधित होगी और किसानों का रोजगार खत्म हो जाएगा।
टायर मोड़ एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है। छावनी परिषद अगर अपना फैसला नहीं बदलता है तो ग्रामीण बाध्य होकर आंदोलन करेंगे।
बैठक में मुर्राम कला वार्ड 30 के पार्षद प्रतिनिधि मनोज कुमार महतो, दामोदर महतो, छावनी परिषद वार्ड छह के पार्षद प्रतिनिधि रमेश कुमार महतो, वार्ड 31के पार्षद प्रतिनिधि अरविंद कुमार महतो, ओम प्रकाश महतो, महेश महतो सहित कई लोग शामिल थे।