बोकारो: 33वें राष्ट्रीय खेल (National sport) घोटाले मामले में CBI की टीम ने गुरुवार को विपिन कुमार सिंह के बोकारो और पटना स्थित घर पर छापेमारी की।
विपिन कुमार सिंह झारखंड कबड्डी एसोसिएशन के सचिव सह बोकारो ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।
धनबाद CBI की चार सदस्यीय टीम बोकारो सेक्टर 8/C स्थित क्वार्टर नंबर 2201 पर सुबह आठ बजे पहुंची और लगभग दो बजे तक जांच चली।
मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआई की टीम घर के सदस्यों से पूछताछ की है। साथ ही कुछ कागजातों को भी साथ लेकर गई है। हालांकि, सीबीआई के अधिकारियों ने इस बारे में कुछ भी जानकारी देने से मना कर दिया।
जानें राष्ट्रीय खेल घोटाले में क्या लगे हैं आरोप
तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की पर धनबाद में दो स्क्वैश कोर्ट के निर्माण में वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप हैं. ज्ञात हो कि स्क्वैश कोर्ट के निर्माण की जिम्मेदारी मुंबई की कंपनी जाइरेक्स इंटरप्राइजेज को दी गयी थी। कंपनी ने 1,44,32,850 रुपये का एस्टीमेट दिया था।
आयोजन समिति के महासचिव एसएम हाशमी और तत्कालीन खेल निदेशक तथा सचिव की अनुशंसा के बाद इस प्रस्ताव की फाइल तत्कालीन विभागीय मंत्री (खेल मंत्री) बंधु तिर्की के पास भेजी गयी थी।
बंधु तिर्की ने नीतिगत निर्णय लेते हुए 20 अक्टूबर, 2008 को इसे अनुमोदित कर दिया। इसमें कंपनी को अग्रिम 50 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया, लेकिन बाद में बिना स्वीकृति के भुगतान के कारण वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद CBI कर रही जांच
राष्ट्रीय खेल घोटाले मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद CBI ने बहुचर्चित राष्ट्रीय खेल घोटाले जांच की प्रक्रिया शुरू की थी।
इसी कड़ी में सीबीआइ पटना की टीम ने मामले में दर्ज कांड संख्या 49/10 को टेकओवर किया है। सीबीआइ ने झारखंड पुलिस के ACB से भी घोटाले से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं।
पूर्व में मामले की जांच एसीबी कर रही थी। ACB के पास भी आयोजन में गड़बड़ी किये जाने से संबंधित साक्ष्य की उपलब्धता बतायी जाती है।