दुमका: राजकीय पुस्कालय की ओर से जिला प्रशासन दुमका द्वारा आयोजित साहित्य उत्सव का उद्घाटन डीसी रविशंकर शुक्ला ने किया।
दो दिवसीय पुस्तक उत्सव में देश के कई लेख़क, साहित्यकार एवं पुस्तक प्रेमी भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद प्रथम सत्र में “मेरे जीवन मे पुस्तकालय” विषय पर परिचर्चा हुई।जिस सत्र का संचालन चंद्रहास चौधरी ने किया।
इस दौरान रणेन्द्र टीआरआई के निदेशक ने कहा कि किसी व्यक्ति के ओहदे का अंदाज़ा उसके घर के निजी पुस्तकालय से लगाया जा सकता है।
पिता मिझे इंजीनियर बनाना चाहते रहे पर किताबों ने मुझे बहुत कुछ बना दिया। किताबों ने मेरे सारे सपने को पूरा कर दिया। किताबों और पुस्तकालय का आकर्षण वह रोग है जिसे लग जाता है वह मुक्त नहीं हो सकता है।