झारखंड

हजारीबाग में विजय जुलूस के दौरान हुई मारपीट में घायल की मौत, आधा दर्जन घायलों का चल रहा इलाज

पहला आवेदन सुनील कुमार रजक द्वारा थाना में दिया गया है

हजारीबाग: चौपारण प्रखंड के पडरिया पंचायत (Padaria Panchayat) के निर्वाचित मुखिया पप्पू रजक का विजय जुलूस गुरुवार को शाम निकला गया था।

डीजे पर बज रहे गाने का ग्राम ककरौला में विरोध के बाद समर्थकों और ग्रामीणों के बीच झडप हो गई, जिसमें विजय जुलूस में शामिल वीरेंद्र सिंह, बबलू सिंह और सुनील सिंह घायल हो गए थे।

घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद रांची रेफर कर दिया गया, जहां शुक्रवार तीन बजे इलाज के क्रम में घायल वीरेंद्र सिंह की रांची में मौत हो गई। घायल बबलू सिंह की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

क्या है मामला

पहला आवेदन सुनील कुमार रजक द्वारा थाना में दिया गया है। आवेदन में कहा गया कि पप्पू रजक पड़रिया पंचायत से मुखिया निर्वाचित हुए हैं।

उनका विजय जुलूस निकाला था। जुलूस शांतिपूर्वक पंचायत के विभिन्न गांवों से होकर कंकरोल होकर गुजर चुका था।

डीजे के धुन पर लोग नाच रहे थे। इसी बीच कंकरोला में बलकिशुन यादव के घर पास जुलूस पहुंचा ही था कि बलकिशुन यादव, मुकेश यादव, उपेंद्र यादव, जितेंद्र यादव, पवन यादव, गोलू यादव, सुधीर यादव, विक्रम यादव, विरेन्द्र यादव महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए जाति सूचक शब्द से गाली-गलौज करने लगे।

दूसरे पक्ष ने दिया आवेदन

वहीं, दूसरे पक्ष की ओर से दिये सुमन कुमार सिंह ने थाना में आवेदन दिया है। इस आवेदन में कहा गया कि मुखिया के विजय जुलूस में विरेन्द्र सिंह, सुनील सिंह, राजेश सिंह, लवकेश सिंह एवं सुमन सिंह सहित कई लोग शामिल थे। जुलूस अन्य गांवों से होकर कंकरोला से गुजर रहा था।

हम लोग जुलूस के पीछे-पीछे चल रहे थे। इसी बीच बलकिशुन यादव, मुकेश यादव, उपेंद्र यादव, जितेंद्र यादव, विक्रम यादव, तापेश्वर यादव, पवन यादव, विरेन्द्र यादव, उमेश यादव, गोलू यादव सहित अन्य लोग हाथों में लोहे का रड और लाठी से हमलोगों के साथ मारपीट करने लगे।

अन्य घायलों में सुनील सिंह, राजेश सिंह, लवकेश सिंह एवं सुमन कुमार सिंह का इलाज चल रहा है।

क्या है मामला

प्रखंड की पडरिया पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया पप्पू रजक के विजय जुलूस में हिंसा के विरोध में शुक्रवार को देर शाम करीब साढ़े चार घंटे तक जीटी रोड पर बवाल व नारेबाजी हुई। गुरुवार की रात साढ़े ग्यारह बजे दो पक्षो में मारपीट और खूनी संघर्ष में एक पक्ष के पांच लोग घायल हो गए थे। इनमें गंभीर रूप से घायल वीरेंद्र सिंह की मौत होने के बाद लोगों का आक्रोश भड़क उठा। मृतक के परिजन और मुखिया समर्थक सड़क पर उतर गए।

जाम स्थल जीटी रोड केंदुआ मोड़ पर मृतक के परिजन और ग्रामीण स्थानीय विधायक उमाशंकर अकेला और उनके पुत्र नवनिर्वाचित जिप सदस्य रवि शंकर अकेला के विरोध में जमकर नारे लगा रहे थे।

विधायक पर एक पक्ष का सहयोग करने का लोगों ने आरोप लगाया। इसके विरोध में भीड़ ने उनका पुतला भी जलाया। देर रात पौने नौ बजे पुलिस प्रशासन की पहल जाम समाप्त हुआ।

जुलूस में मारपीट के विरुद्ध थाने में पांच आवेदन

पडरिया से निकले मुखिया पप्पू रजक के विजय जुलूस में ग्राम पडरिया में हुई मारपीट, तोड़फोड़ और खूनी संघर्ष के विरुद्ध अलग-अलग पांच आवेदन स्थानीय थाना में दिया गया, जिसमें दो आवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।

इसमें बालकिशुन यादव पिता नीतू यादव ग्राम ककरौला के आवेदन पर थाना क तथा सुमन कुमार सिंह पिता स्व रामप्रसाद सिंह ग्राम पडरिया के आवेदन में केस दर्ज हो गया।

सर्किल इंस्पेक्टर रोहित सिंह ने बताया कि दो आवेदन पर मामला दर्ज कर जांच और कार्रवाई शुरू हो गई है।

तीन आवेदन में ग्राम ककरौला के टिनी देवी पति उपेंद्र यादव, रेखा देवी पति वीरेंद्र सिंह ग्राम पडरिया तथा सुनील कुमार रजक पिता विंदेश्वर रजक ने दिया है। जिसपर जांच कर दोषियों पर कारवाई की जाएगी।

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