रांची: NTPC चट्टी-बरियातु कोयला खनन परियोजना में शनिवार को सात मीटर गहराई तक खुदाई के बाद कोयला सीमा को छूकर एक और मील का पत्थर मिला। इसके साथ बॉक्स-कट की खुदाई भी शुरू हो गई है।
इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (कोयला खनन), पार्थ मजूमदार मौजूद थे। उन्होंने कहा कि चट्टी-बरियातु, कोयला खनन परियोजना प्रति वर्ष सात मिलियन टन कोयले का उत्पादन करेगी और बिहार में स्थित एनटीपीसी के बाढ़ एसटीपीपी (चरण- दो) को कोयले की आपूर्ति करेगी।
एनटीपीसी कोयले के उत्पादन में और इजाफा करेगा
पार्थ मजूमदार ने साइट पर चल रही गतिविधियों की प्रगति की भी समीक्षा की और खदान से कोयला परिवहन की तैयारी का पता लगाने के लिए कोयला निकासी गलियारे का दौरा किया।
अपने चरम पर चट्टी-बरियातू, कोयला खनन परियोजना प्रति वर्ष सात मिलियन टन कोयले का उत्पादन करेगी और एनटीपीसी के बाढ़ एसटीपीपी (चरण- दो) को कोयले की आपूर्ति करेगी।
उन्होंने कहा कि चट्टी-बरियातू कोयला खनन परियोजना से कोयला उत्पादन शुरू होने के साथ यह एनटीपीसी की कोयला खदानों से कोयले के उत्पादन में और इजाफा करेगा।
इस दौरान अजय कुमार, महाप्रबंधक और चट्टी-बरियातू के प्रमुख, टी.के. कोनार, महाप्रबंधक (टीएस-सीएमएचक्यू), नीरज जलोटा, महाप्रबंधक (केरंदारी), और एनटीपीसी लिमिटेड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।