सिमडेगा: सिमडेगा (Simdega) में तीसरी सोमवारी पूरी तरह से शहर और ग्रामीण शिवमय हो गया।
झारखंड के पड़ोसी राज्य उड़ीसा (Odisa) के वेदव्यास से कांवड़ यात्रा निकाली गई 75 किलोमीटर की पैदल कांवड़ यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया शनिवार को निकली कावड़ यात्रा NH-143 के दुर्गम रास्तों से होते हुए सिमडेगा सरना मंदिर पहुंची।
शिव भक्तों के लिए की गयी मेडिकल,भोजन और ठहरने की व्यवस्था
शहरी क्षेत्र में कांवरियों (Kanwariyas) की टोली के पहुंचते पूरा माहौल शिवमय हो गया। सिमडेगा में हजारों की संख्या में आए कांवरियों की टोली ने भगवान शिव (Lord Shiva) का जलाभिषेक किया और अपने परिवार राज्य और देश की खुशहाली के लिए कामना की।
मौके पर सरना मंदिर में श्रद्धालुओं (Devotees) के लिए जलपान (Refreshments) की व्यवस्था भी की गई। मंदिर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल को भी तैनात किया गया था।
शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण इलाके के सभी मंदिरों में शिव भक्तों (Shiva devotees) का जनसैलाब उमड़ा। कावड़ यात्रा में शामिल कांवड़ियों के स्वागत के लिए बिरमित्रापुर से लेकर सिमडेगा तक कई स्थलों पर समाजसेवियों के द्वारा स्टाल लगाए गए थे, जहां पर कांवड़ियों को भोजन और ठहरने की व्यवस्था दी गई। वहीं मेडिकल की भी सुविधा कांवड़ियों को दी गई।
बोल बम के नारों के साथ सरना मंदिर पहुंची
टुकू पानी में शहरी क्षेत्र के नीचे बाजार कांवरिया संघ के द्वारा बेहतरीन व्यवस्था कांवड़ियां को उपलब्ध कराया गया। यहां पर महा प्रसाद के रूप में खिचड़ी के अलावा अन्य सामग्री भी कांवड़ियों (Kanwariyas) को भेंट किया गया।
यहां पर ठहरने की भी व्यवस्था थी। इसके बाद कांवड़ियों की टोली रविवार की देर रात शहरी क्षेत्र के आनंद भवन पहुंची।
आनंद भवन के अलावे शहरी क्षेत्र के ही गुलजार गली शिव मंदिर, होटल अपर्णा के अलावे अन्य स्थलों पर हजारों की संख्या में आए कांवड़ियों को ठहराया गया एवं भोजन भी कराया गया।
सोमवार को अहले सुबह हजारों कांवरियों की टोली बोल बम के नारों के साथ सरना मंदिर पहुंची। सरना मंदिर में मंदिर की परिक्रमा करने के बाद भगवान शिव (Lord Shiva) का जलाभिषेक किया गया।