रांची: JMM-Congress गठबंधन की सरकार में झारखंड की बेटियां महफूज नहीं हैं। अगस्त माह में Jharkhand की दो बेटियां हैवानियत की शिकार हुई। बुधवार को ये बातें भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने कही।
उन्होंने कहा कि जब RIMS में इलाज के दौरान दुमका की बेटी अंकिता (Ankita) की मौत हो गई तब राज्य सरकार की नींद खुली।
पीड़िता लगभग 25 दिनों तक रिम्स में भर्ती
सिर्फ यही नहीं, जब अंकिता के इलाज में लापरवाही बरतने की बात सामने आई तो मुख्यमंत्री Hemant Soren ने 10 लाख रुपये देकर अंकिता के परिजनों का मुंह बंद करने का काम किया। यदि समय रहते इन पैसों से अंकिता का बेहतर इलाज कराया जाता तो शायद उसकी जान नहीं जाती।
लकड़ा ने कहा कि अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने एसिड अटैक (Acid attack) से घायल चतरा की बेटी काजल को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर AIIMS भेजा है। पीड़िता लगभग 25 दिनों तक रिम्स में भर्ती रही लेकिन राज्य सरकार सत्ता बचाने में जुटी रही।