रांची: रांची के रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के एसी पवन कुमार ने कहा कि आरपीएफ लगातार बेहतर और सराहनीय कार्य कर रहा है। यह कार्य लगातार जारी रहेगा।
उन्होंने मंगलवार को बताया कि ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के तहत एक महिला और उसके दो बच्चों को बचाया गया है।
आरपीएफ को रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर एक सूचना मिली थी कि एक महिला दो बच्चों के साथ लापता हो गई है, जो अपने घर तिरुलडीह से ट्रेन से रांची रेलवे स्टेशन जा रही है।
तलाशी के दौरान दो छोटे बच्चों वाली एक महिला नए एफओबी के पास प्लेटफार्म नंबर एक के शेड के नीचे बैठी मिली।
पूछताछ करने पर उसने अपना नाम रीता देवी बताया। वह सरायकेला-खरसावा की रहने वाली थी। इसके बाद महिला को आरपीएफ पोस्ट मुरी लाया गया और महिला आरपीएफ कर्मचारियों की सुरक्षा में रखा गया।
इसकी जानकारी उसके परिजनों को दी गई, जिस पर उसके भाई उमेश कुरी ने आरपीएफ पोस्ट मुरी पहुंचे और सत्यापन के बाद महिला तथा उसके दो बच्चों के साथ उचित कार्यवाही के बाद उसके भाई को सौंप दिया गया। उन्होंने इस काम के लिए आरपीएफ मुरी को धन्यवाद दिया।
नाबालिग लड़के को बचाया
रांची आरपीएफ के अधिकारी और कर्मचारियों की ओर से नियमित जांच के दौरान रांची स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक नाबालिग लड़के को अकेले घूमते हुए देखा गया। पूछताछ में उसने अपना नाम और पता मो. ज़ुल्फिकार बताया। वह गोड्डा जिले के बसंतारा थाना क्षेत्र के बसीपुर मोहम्मद साजन के पुत्र है।
उसने यह भी बताया की वह अपने घर जाना चाहता था लेकिन वह उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा है। वह किसी संपर्क नंबर को भी याद नहीं कर पा रहा था। सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद उसकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसे चाइल्ड लाइन रांची को सौंप दिया गया।
नन्हे फरिश्ते टीम ने किया बेहतर कार्य
ऑपरेशन आहट के तहत नन्हे फरिश्ते टीम ने झारखंड की बच्ची को दिल्ली में बेचने से बचाया है।आरपीएफ टीम को गाड़ी संख्या 12873 हटिया आनंद बिहार की चेकिंग के दौरान कोच संख्या 52 बर्थ संख्या एक के पास एक नाबालिग लड़की डरी-सहमी हुई दिखी। उससे पूछताछ करने के समय एक लड़का आया और बोला कि मैं इसके साथ हूं।
उन्होंने बताया कि संदेह होने पर लड़का और नाबालिग लड़की को ट्रेन से उतार कर पुनः पूछताछ किया गया तो लड़का अपना नाम बदल बदल कर बताने लगा।
कड़ाई से पूछने पर लड़के ने अपना नाम शेख अपु बताया। इसके पास से रियल मी मोबाइल, रेलवे ई टिकट, 1200 रुपये जब्त किया गया। वह गुमला के बसिया का रहने वाला है ।
नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर दिल्ली में घरेलू कामकाज एवं अन्य कार्य के लिये ले जा रहा था। लड़की को दिल्ली में शंकर नाम के व्यक्ति को देना था।
नाबालिग लड़की देने के एवज में उसे 20 हजार मिलता। इसकी सूचना पर बसिया थाना उप निरीक्षक मंटू कुमार और विनय हेम्ब्रम अपने स्टाफ के साथ रांची पहुंचे। उन्हें नाबालिग लड़की और शेख अपु को सौंप दिया गया।