कलबुर्गी (कर्नाटक): राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू करने के लिए केंद्र सरकार (Central government) की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी रविवार से नई दिल्ली के जंतर मंतर पर आंदोलन शुरू करेगी।
खड़गे ने शनिवार को यहां कहा, यदि सशस्त्र बलों के उम्मीदवारों को चार साल का प्रशिक्षण दिया जाएगा और फिर उन्हें सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा, तो कोई भी सैनिक अच्छी तरह से प्रशिक्षित नहीं होगा।
उन्होंने कहा, अनुबंध और दैनिक वेतन के आधार पर सशस्त्र बलों के लिए सैनिकों की भर्ती करना उचित नहीं है। साथ ही खड़गे ने पूछा कि उम्मीदवारों को सुरक्षा बलों के बारे में जानने के लिए और समय चाहिए। अगर उन्हें 4 साल बाद फोर्स छोड़ने के लिए कहा जाए तो यह कैसे संभव है?
उन्होंने कहा, कांग्रेस अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ रविवार से नई दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना शुरू कर रही है।
सशस्त्र बलों में रोजगार के लाखों अवसर
जो लोग सेना में शामिल होना चाहते हैं वे देश के लिए खुद को शहीद करने के लिए तैयार हैं। क्या यह अच्छा होगा, अगर उनके साथ ठेका मजदूरों की तरह व्यवहार किया जाता है? वे प्रशिक्षण के लिए ट्यूशन सेंटरों को भारी शुल्क देंगे। वे 4 साल में पैसे की वसूली नहीं करेंगे। यह योजना कभी भी युवाओं द्वारा स्वीकार नहीं की जाएगी।
इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) इस तरह की योजना शुरू कर युवाओं को भड़का रहे हैं और विरोध प्रदर्शन हिंसक हो रहे हैं।
केंद्र सरकार ने हाल के दिनों में कोई भर्ती नहीं की है। सशस्त्र बलों (Armed forces) में रोजगार के लाखों अवसर हैं। कर्नाटक में केंद्र सरकार के रिक्त पद हैं।