न्यूज़ अरोमा रांची: चारा घोटाले के विभिन्न मामलों में सजायाफ्ता और रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञन चिकित्सा संस्थान (रिम्स) में इलाजरत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की किडनी फंक्शनिंग तीसरे से चौथे स्टेज पर चिंताजनक स्थिति में पहुंच गयी है।
रिम्स में पिछले दो वर्षां से लालू प्रसाद के स्वास्थ्य पर नजर रखे चिकित्सकों की टीम के हेड डॉ. उमेश प्रसाद ने रविवार को बातचीत में कहा कि जब लालू प्रसाद रिम्स में इलाज के लिए पहुंचे थे, तो उनकी किडकी फंक्शनिंग तीसरे स्टेज पर थी लेकिन बढ़ती उम्र और विभिन्न स्वास्थ्य कारणों से अब उनकी किडनी फंक्शनिंग की स्थिति चौथे स्टेज पर पहुंच गयी है।
स्वास्थ्य में गिरावट को देखते हुए उन्होंने अपनी रिपोर्ट अथॉरिटी को सौंप दी है।
डॉ. उमेश प्रसाद के अनुसार किडनी फंक्शनिंग पांचवें और अंतिम स्टेज में पहुंचने पर विकट स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में मरीज के लिए डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट ही विकल्प के रूप में बचता है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य में गिरावट एक दिन में नहीं आती, यह सतत प्रक्रिया है, किडनी हो या हार्ट अथवा लंग्स हो या कोई अन्य अंग हो, एक बार डैमेज होने के बाद उसकी स्थिति खराब होती जाती है।
डॉ. प्रसाद ने बताया कि लालू प्रसाद पिछले 20वर्षां से डायबिटीज के भी मरीज है, रिम्स में आने के पहले उनका इंसुलीन कंट्रोल नहीं था, लेकिन रिम्स में आने पर उनकी समुचित चिकित्सीय जांच शुरू हुई।
इस बीच अदालत के आदेश से उन्हें एम्स दिल्ली में भी ले जाया गया, जहां के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने रिम्स के लाइन ऑफ ट्रीटमेंट पर अपनी मुहर लगायी।
लालू प्रसाद के गिरते स्वास्थ्य को लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों से भी सलाह ली जा रही है।
किडनी विशेषज्ञ से भी सलाह मशविरा किया जा रहा है।
यदि उनका किडनी काम करना बंद करता है, डायलिसिस के विकल्प को भी तैयार रखने की जरुरत है।
इसके अलावा किडनी ट्रांसप्लांट की स्थिति में उनकी उम्र और अन्य गंभीर बीमारियों से उत्पन्न होने वाले खतरों, बढ़ती उम्र में प्रत्यारोपण सफल होगा या नहीं, सारी बातों को ध्यान में रखना पड़ेगा।
फिलहाल उनकी स्थिति इतनी खराब नहीं है कि तत्काल डायलिसिस की जरुरत पड़े।
लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट को लेकर आंशिक रूप से सारी तैयारियां रखनी पड़ती है।
डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू प्रसाद फिलहाल अदालत के आदेश से ही उनके पास ट्रीटमेंट में आये हैं।
उन्होंने लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर अपनी पूरी रिपोर्ट लिखित तौर पर रिम्स अथॉरिटी को सौंप दी है।
रिम्स प्रबंधन की ओर से जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सारी बातों की जानकारी दी जाएगी।
उसके बाद अदालत का जो भी आदेश आएगा, उसी के तहत लालू प्रसाद के आगे की इलाज की व्यवस्था की जाएगी।