BJP को हराने के लिए RJD और JDU में खूब छन रही है, मगर इन दोनों में भी…

बेशक राज्य में बीजेपी को हराने के लिए दोनों दलों में खूब छन रही है, लेकिन यह दोनों भी एक दूसरे के वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में हैं

News Aroma Media

पटना : लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर अभी से ही सभी दल जहां अपने वोट बैंक को दुरुस्त करने में जुटे हैं, वहीं, दूसरे दलों के Vote Bank में सेंध लगाने की जुगत में हैं।

बेशक राज्य में BJP को हराने के लिए दोनों दलों में खूब छन रही है, लेकिन यह दोनों भी एक दूसरे के वोट बैंक (Vote Bank) में सेंध लगाने की जुगत में हैं।

राजद की नजर JDU के अति पिछड़ा वोट बैंक पर है। पिछले दिनों राजद ने अति पिछड़ा वर्ग का एक दिवसीय सम्मेलन (Most Backward Class One Day Conference) किया। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित इस सम्मेलन में राजद के तमाम बड़े नेता शामिल हुए।

अत्यंत पिछड़े वर्ग के लोग आज देश में हाशिए पर हैं

माना जा रहा है कि राजद खुद को जहां’A to Z’ की पार्टी बताकर सवर्ण को आकर्षित करने में जुटी है। वहीं, उसकी नजर जदयू के वोट बैंक में सेंध लगाने की भी है। हालांकि, राजद इसे निराधार बता रही है।

राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव कहते हैं कि लालू प्रसाद (Lalu Prasad) ने हर वर्ग का ख्याल रखा था। अत्यंत पिछड़े वर्ग के लोग आज देश में हाशिए पर हैं। बिहार ने अत्यंत पिछड़ों को आगे बढ़ाने में लगातार कोशिश की। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ‘A to Z’ का ख्याल करती है।

इधर, जदयू ने भी राजद की रणनीति को कुंद करने को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। जदयू भी अति पिछड़ों को छिटकने से रोकने की कवायद में है।

कार्यक्रम का आयोजन 15 अगस्त से 31 अगस्त तक होगा

जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने इस संबंध में बताया है कि अति पिछड़ा वर्ग को संगठित रहने, सतर्क रहने एवं दिग्भ्रमित नहीं होने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।

इसके तहत राज्य सरकार द्वारा इन वर्गों के लिए किये गये और किये जा रहे कार्यों की जानकारी देने के लिए प्रखंड स्तर पर कर्पूरी चर्चा की जायेगी। यह कार्यक्रम 6 अगस्त से 24 जनवरी 2024 तक चलेगा।

इसके लिए नौ प्रमंडलों में कार्यक्रम के संचालन के लिए पार्टी के 23 वरिष्ठ नेताओं की पांच टीम बनायी गयी है। ‘ग्राम संसद सद्भाव की बात’ के तहत 15 अगस्त को पार्टी की प्रत्येक पंचायत इकाई अनुसूचित जाति के टोलों में झंडात्तोलन (Flag Raising) करेगी। साथ ही राज्य सरकार की उपलब्धि पर चर्चा होगी। इस कार्यक्रम का आयोजन 15 अगस्त से 31 अगस्त तक होगा।