इम्फाल: मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने गुरुवार को थौबल (Thoubal) जिले में 4 मई को भीड़ द्वारा दो महिलाओं को नग्न घुमाने और उनके साथ सामूहिक बलात्कार (Gang Rape) की भयावह घटना के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह (CM N. Biren Singh) ने कहा, सरकार आरोपियों के लिए मौत की सजा पर विचार करेगी।
इसमें मृत्युदंड की संभावना पर विचार
मामले की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए, गृह विभाग संभाल रहे Biren Singh ने कहा कि फिलहाल जांच चल रही है और उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सभी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, इसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए।
घटना का संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस हरकत में
मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ”उन दो महिलाओं के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं, जिनके साथ बेहद अपमानजनक और अमानवीय कृत्य किया गया, जैसा कि कल सामने आए वीडियो में दिखाया गया है।
वीडियो सामने आने के बाद घटना का संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस (Manipur Police) हरकत में आई और गुरुवार सुबह पहली गिरफ्तारी की।
इस बीच, एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि बुधवार को घटना का वीडियो सामने आने के तुरंत बाद, थौबल के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और अपराधियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी शुरू की गई।
दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास
अधिकारी ने IANS को बताया, “राज्य पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हम आज शाम तक और आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल होंगे. मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा आसपास के जिलों में भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।”
अधिकारी ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में कई पुलिस टीमों का गठन किया गया है।
4 मई की घटना जातीय हिंसा भड़कने के ठीक एक दिन बाद हुई, जिसमें अब तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं और हजारों लोगों को अपने घरों से विस्थापित हाेेेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के मुताबिक, दोनों महिलाओं को नग्न घुमाने के बाद धान के खेत में उनके साथ सामूहिक बलात्कार भी किया गया।
कुकी आदिवासियों पर हुए अत्याचार के सबूत लगातार सामने आ रहे
फोरम ने कहा कि 3 मई के बाद से कुकी आदिवासियों पर हुए अत्याचार के सबूत लगातार सामने आ रहे हैं।
“बुधवार को वायरल हुए एक वीडियो में मैतेई की एक बड़ी भीड़ दो कुकी-ज़ो आदिवासी महिलाओं को सामूहिक बलात्कार के लिए धान के खेत की ओर नग्न अवस्था में ले जाती हुई दिखाई दे रही है।
ITLF के प्रवक्ता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग (Ginza wualzong) ने बयान में कहा, 4 मई को हुआ घृणित दृश्य, पुरुषों को असहाय महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हुए दिखाता है, जो रोती हैं और छोड़ने की गुहार लगाती हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि सामूहिक बलात्कार बी फीनोम गांव की सीमा के भीतर हुआ था, जिसे जला दिया गया था।
उन्होंने यह भी दावा किया कि उसी गांव में भीड़ ने एक अधेड़ और एक किशोर की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
निर्दोष महिलाओं की पीड़ा अपराधियों के वीडियो साझा करने से और बढ़ गई
ITLF ने कहा कि “निर्दोष महिलाओं की पीड़ा अपराधियों के उस वीडियो को साझा करने से और बढ़ गई, इससे उनकी पहचान भी उजागर हो गई।”
बयान में कहा गया,”ITLF इस घृणित कृत्य की कड़ी निंदा करता है और केंद्र और राज्य सरकारों, राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commission) और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (National Commission for Scheduled Tribes) से अपराध का संज्ञान लेने और दोषियों को न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने की मांग करता है।”