नई दिल्ली: बैंकों की शीर्ष नियामक संस्था भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसी सप्ताह अप्रत्याशित तरीके से रेपो रेट बढ़ाने की घोषणा कर दी। जिसका असर बैंकों के ब्याज दरों पर पड़ने लगा है।
जहां एक ओर बैंक होम लोन और अन्य लोन का इंटेरेस्ट बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एफडी में इन्वेस्ट करने वालों को इसका फायदा मिलने लगा है।
प्राइवेट सेक्टर के कुछ बैंकों ने एफडी पर ज्यादा ब्याज देना शुरू कर दिया है। प्राइवेट सेक्टर के कोटक महिंद्रा बैंक ने भी अब एफडी पर ब्याज की दरें बढ़ा दी है।
बैंक ने बताया कि बढ़े ब्याज का लाभ 2 करोड़ रुपये से कम के सारे डिपॉजिट पर मिलेगा। बढ़ी ब्याज दरें 06 मई यानी शुक्रवार से प्रभावी हो गई हैं।
बैंक ने 02 करोड़ रुपये से कम के सिंगल डिपॉजिट पर 20 जनवरी को ब्याज दरों में बदलाव किया था
बैंक ने एक बयान में बताया कि सबसे लोकप्रिय 390 दिन के डिपॉजिट पर ब्याज दर को 0.30 फीसदी बढ़ाकर 5.5 फीसदी कर दिया गया है। इसी तरह 23 महीने के डिपॉजिट पर ब्याज की दर अब 0.35 फीसदी बढ़कर 5.6 फीसदी हो गई है।
बैंक के स्टेटमेंट के अनुसार, 364 दिन के डिपॉजिट पर अब 5.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। इसी तरह 365 दिन और 389 दिन के डिपॉजिट पर ग्राहकों को 5.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। बुजुर्ग ग्राहकों को बैंक की ओर से ज्यादा लाभ दिया जा रहा है।
बैंक ने बताया कि 60 साल से अधिक उम्र वाले ग्राहकों को हर अवधि के डिपॉजिट पर आम ग्राहकों की तुलना में 0.50 फीसदी अतिरिक्त ब्याज मिलेगा।
निजी क्षेत्र के ही आईसीआईसीआई बैंक ने भी 05 मई से एफडी की दरें बढ़ा दी है। इस बैंक ने 02 करोड़ रुपये से 05 करोड़ रुपये तक के डिपॉजिट पर ब्याज की दरें बढ़ाई है। अब बैंक 185 से 210 दिन के लिए 3.75 फीसदी की दर से ब्याज का भुगतान करेगा।
इसी तरह 271 से 289 दिन के लिए ग्राहकों को अब 4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। बैंक ने 02 करोड़ रुपये से कम के सिंगल डिपॉजिट पर 20 जनवरी को ब्याज दरों में बदलाव किया था।