नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने किसानों के फसल की बिक्री और कमाई में इजाफा के लिए बड़ा फैसला किया है।
इसके तहत किसानों को खरीफ फसल के लिए MSP को बढ़ाने की मंजूरी दे दी गई है। जिससे किसानों को अपनी फसल को नए दाम पर बेचने में बड़ी राहत मिलेगी।
उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने बताया कि बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया है कि तिल के दाम में 523 रुपये की बढ़ोतरी होगी।
मूंग पर प्रति क्विंटल 480 रुपये की बढ़ोतरी होगी। सूरजमुखी पर 358 रुपये प्रति क्विंटल है। मूंगफली पर 300 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी।
गौरतलब है कि 2014 से पहले 1-2 फसलों पर खरीद होती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद बाकी फसलों को भी इसमें जोड़ा गया और किसानों (Farmers) की आय भी बढ़ी है।
गौरतलब है कि लगातार तीसरे साल सरकार ने खरीफ की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया है। कैबिनेट (Cabinet) की बैठक में 17 खरीफ फसलों के नई MSP को मंजूरी दी गई।
एमएसपी
किसानों को उनकी फसल पर मिलने वाला न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP कहलाता है। फसलों की कीमतों में बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का असर किसानों पर नहीं पड़ता।
सरकार हर फसल सीजन से पहले CACP यानी कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइजेस की सिफारिश पर MSP तय करती है।
खरीफ के अंतर्गत धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि। खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं। सितंबर-अक्टूबर में इनकी कटाई (Harvesting) होती है।