Monkeypox Alert: Monkeypox तेजी से अपना पांव पसार रहा है। यह महज 15 दिनों में 15 देशों में फैल चुका है। वैसे तो Monkeypox जैसा दुर्लभ संक्रमण अपने आप ही ठीक हो जाता है, लेकिन यह कुछ लोगों में गंभीर साबित हो सकता है।
WHO ने चेतावनी दी है कि किसी भी देश में इस बीमारी का एक भी मामला आउटब्रेक माना जाएगा। भारत सरकार ने भी Monkeypox के लिए अलर्ट जारी किए हैं। जिसको लेकर मुंबई के बृहन्मुंबई नगर निगम ने कस्तूरबा अस्पताल में 28 बेड वाले आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है। हालांकि अभी देश में एक भी मामला सामने नहीं आया है।
इन देशों में फैला Monkeypox
ब्रिटेन, अमेरिका, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, इजराइल, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में Monkeypoxफैल चुका है। केवल 2 हफ्तों में ही मामलों की संख्या 100 के पार जा चुकी है। हालांकि, राहत की बात यह है कि अब तक इस बीमारी से किसी की मौत नहीं हुई है।
भारत सरकार एक्शन में
Monkeypox को लेकर केंद्र सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। इसको लेकर नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अलर्ट जारी किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा एयरपोर्ट्स और बंदरगाहों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि Monkeypox प्रभावित देशों की यात्रा करके लौटे किसी भी बीमार यात्री को तुरंत आइसोलेट करें और सैंपल जांच के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) को भेजें।
इनलोगों को है अधिक खतरा
WHO के अनुसार छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बेहद कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को अधिक खतरा है। 5 साल से छोटे बच्चे इसकी चपेट में जल्दी आ जाते हैं।
Monkeypox
मंकीपॉक्स एक वायरल इन्फेक्शन है, जो पहली बार 1958 में कैद किए गए बंदर में पाया गया था। 1970 में पहली बार इंसान में इसके संक्रमण के पुष्टि हुई थी। इसका वायरस चेचक के वायरस के परिवार का ही सदस्य है।
Monkeypox का संक्रमण आंख, नाक और मुंह के जरिए फैल सकता है। यह मरीज के कपड़े, बर्तन और बिस्तर को छूने से भी फैलता है। इसके अलावा बंदर, चूहे, गिलहरी जैसे जानवरों के काटने से या उनके खून और बॉडी फ्लुइड्स को छूने से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है।
Monkeypox के लक्षण
WHO के अनुसार, Monkeypox के लक्षण संक्रमण के 5वें दिन से 21वें दिन तक आ सकते हैं। शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। इनमें बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमर दर्द, कंपकंपी छूटना, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। इसके बाद चेहरे पर मवाद से भरे दाने उभरने लगते हैं, जो शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल जाते हैं और कुछ दिन बाद सूखकर गिर जाते हैं।
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