नई दिल्ली: अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर अच्छी खबर है। रेटिंग्स एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कैलेंडर वर्ष 2022 के लिए विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 9.5 फीसदी कर दिया है।
रेटिंग्स एजेंसी ने इससे पहले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। मूडीज ने कैलेंडर वर्ष 2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 5.5 फीसदी पर बरकरार रखा है।
मूडीज ने गुरुवार को जारी ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2022-23 रिपोर्ट में कहा कि भारत की विकास दर के पूर्वानुमान को कैलेंडर वर्ष 2022 के लिए 7 फीसदी से बढ़ाकर 9.5 फीसदी कर दिया गया है, जबकि वर्ष 2023 में 5.5 फीसदी की वृद्धि के पूर्वानुमान को बरकरार रखा गया है।
रेटिंग्स एजेंसी के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी वृद्धि दर 8.4 फीसदी और वित्त वर्ष 2023-24 में 6.5 फीसदी रह सकती है।
रेटिंग्स एजेंसी के मुताबिक एक अप्रैल, 2022 से शुरू होने वाले वित्त वर्ष 2022-23 के लिए विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 8.4 फीसदी किया गया है।
मूडीज ने पिछले साल नवंबर, 2021 में आगामी वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था 7.9 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया था। हालांकि, रेटिंग एजेंसी ने तेल की बढ़ती कीमतों और आपूर्ति पक्ष की बाधाओं को विकास की राह में बाधक बताया है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के जारी आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था के 9.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है।
सरकार ने आर्थिक सर्वे 2021-22 में अगले वित्त वर्ष के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ रेट 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वहीं, आरबीआई ने भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2022-23 में 7.8 फीसदी के दर से बढ़ने का अनुमान जताया है।