रांची: रांची के सांसद संजय सेठ (MP Sanjay Seth) ने शुक्रवार को केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान (CIP) का निरीक्षण किया।
उन्होंने संस्थान के विभिन्न विभागों एवं वार्ड का निरीक्षण किया। महिला और पुरुष वार्ड (female and male ward) में जाकर वहां उनको मिल रही सुविधाओं को देखा तथा उनसे बातचीत भी की।
वार्ड में बनाए गए मनोरंजन कक्ष तथा उनके लिए अलग से बनी लाइब्रेरी को देखा और उसकी सराहना की।
महिला मरीजों को व्यवसायिक चिकित्सा विभाग (Occupational medicine department) में दिए जाने वाले प्रशिक्षण को देखा। महिला मरीजों को स्वेटर, फ्रॉक, मफलर, टोपी सहित अन्य चीजें बनाने का प्रशिक्षण चिकित्सा के क्रम में दिया जाता है, ताकि वे इस कौशल को सीखकर घर वापस लौटने पर अपना जीविकोपार्जन भी कर सकें।
उन्होंने संस्थान के मेडिकल लाइब्रेरी जहां हजारों की संख्या में 104 वर्षों का पुस्तकों का अनोखा संकलन है, को देखा तथा सराहना की।
यहां रखी गईं कई दुर्लभ पुस्तकें भी हैं जिनको उन्होंने देखा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को इससे अवगत कराने की बात भी कही।
उन्होंने निदेशक डॉ बासुदेव दास और डाॅ अविनाश शर्मा से संस्थान की समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। डॉक्टर दास (Dr. Das) ने सांसद को बताया कि संस्थान का अपना कोई OPD नहीं है।
रिक्त पड़े पदों पर बहाली और बजट में बढ़ोतरी आदि की मांग भी रखेंगे
इसके लिए लंबे समय से एक प्रस्ताव केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय और स्वास्थ्य महानिदेशालय के समक्ष विचाराधीन है। यदि इस को मंजूरी मिल जाती है तो 500 अतिरिक्त बेड की क्षमता वाले हॉस्पिटल और OPD की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
इसमें न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलॉजी जैसे विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों के इलाज की सुविधा भी उपलब्ध हो पाएगी। संस्थान में सृजित पदों में लगभग 200 से अधिक पद अभी भी रिक्त पड़े हैं तथा जो बजटीय आवंटन है वह विकास की जरूरत की तुलना में काफी कम है
सांसद संजय सेठ ने पदाधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह इन सभी मुद्दों को लेकर स्वयं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री (Union Health Minister) से मिलेंगे तथा उनसे संस्थान के OPD सह हॉस्पिटल के प्रस्ताव को मंजूरी देने तथा यहां रिक्त पड़े पदों पर बहाली और बजट में बढ़ोतरी आदि की मांग भी रखेंगे।
इस अवसर पर उनके साथ सांसद प्रतिनिधि मनोज साहू, वरीय भाजपा नेता मनोज बाजपेई, डॉ अरविंद कुमार आदि मौजूद थे।