मुंबई: देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) विदेश में अब तक की सबसे बड़ी डील करने की तैयारी में हैं।
इसके लिए रिलायंस ने अमेरिका की बायआउट फर्म अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट (Buyout Firm Apollo Global Management) के साथ हाथ मिलाया है।
रिलायंस और अपोलो ग्लोबल मिलकर ब्रिटेन की फार्मेसी चेन बूट्स के लिए बोली लगाने की योजना बना रहे हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें ब्रिटेन के सुपरमार्केट ग्रुप अदस के मालिक अरबपति इस्सा ब्रदर्स (जुबेर और मोहसिन इस्सा) से कड़ी चुनौती मिल रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक बूट्स को खरीदने की होड़ में इस्सा ब्रदर्स सबसे आगे चल रहे हैं। बोली लगाने की समयसीमा अगले हफ्ते खत्म हो रही है और पहले दौर में इस्सा ब्रदर्स ने सबसे ऊंची बोली लगाई है।
इस्सा ब्रदर्स ने हाल के वर्षों में कई कंपनियों का टेकओवर किया है। इनमें ब्रिटेन की सुपरमार्केट चेन असदा ग्रुप लिमिटेड और फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स चेन लिओन शामिल हैं।
वालग्रींस अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी फार्मेसी चेन है
बूट्स को पाने के लिए उन्होंने टीडीआर कैपिटल के साथ हाथ मिलाया है। यह डील 9.5 से 10 अरब डॉलर की हो सकती है। अगर यह मुकेश अंबानी के हाथ लगती है, तब विदेश में उनकी सबसे बड़ी डील होगी।
वालग्रींस का मुख्यालय अमेरिका में इलिनॉय प्रांत के डियरफीड में है। ब्रिटेन में यह कंपनी बूट्स के नाम से फार्मेसी स्टोर चलाती है।
हाल में खबर आई थी कि रिलायंस ने इसके लिए अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट (Apollo Global Management) के साथ औपचारिक तौर पर हाथ मिलाया।
इससे बूट्स को भारत, दक्षिणपूर्व एशिया और मध्यपूर्व में अपना कारोबार फैलाने का मौका मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक योजना के मुताबिक बूट्स में रिलायंस और अपोलो दोनों की हिस्सेदारी होगी। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि यह हिस्सेदारी बराबर होगी या नहीं।
वालग्रींस अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी फार्मेसी चेन है। कंपनी ने जनवरी में रणनीतिक समीक्षा की घोषणा के बाद बूट्स के बिजनस को बेचने और अपने घरेलू बिजनस पर फोकस करने का फैसला किया था। बूट्स के ब्रिटेन में करीब 2,200 स्टोर हैं, जिसमें फार्मेसी, हेल्थ और ब्यूटी स्टोर शामिल हैं।