मध्य प्रदेश: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता JaiRam Ramesh ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की नीतियां आर्थिक विषमता, सामाजिक विद्वेष (Social Hatred) और राजनीतिक तानाशाही पैदा कर रही हैं जो भविष्य में देश को तोड़ देंगी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व वाली ‘‘ भारत जोड़ो यात्रा ’’ के पीछे एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ऐसा न हो।
कांग्रेस के मीडिया विभाग (Media Department) के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के मध्य प्रदेश (MP) के उज्जैन जिले के नजरपुर में पहुंचने पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ये आरोप लगाये।
उन्होंने कहा कि मोदी की आर्थिक विषमता (Economic Disparity), सामाजिक विद्वेष (Social Hatred) और राजनीतिक तानाशाही वाली नीतियों के कारण देश भविष्य में टूटने वाला है और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा यह सुनिश्चित करेगी कि ऐसा नहीं हो।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के वर्ष 2020 में कांग्रेस छोड़ने के सवाल का रमेश ने कहा कि उन्होंने सिर्फ केंद्रीय मंत्री (Central Minister) बनने और राष्ट्रीय राजधानी में 27 सफदरगंज रोड पर बंगला वापस पाने के लिए पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा, ‘‘ इसके पीछे कोई और मकसद नहीं था।’’
रमेश ने कहा कि यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली पहुंचेगी और वहां पांच दिन तक विश्राम रहेगा।
काफिले ने नजरपुर गांव में विश्राम किया
उन्होंने कहा कि ठहराव जरूरी है, क्योंकि यात्रा में साथ चल रहे वाहनों और कंटेनरों (containers) को आगे की यात्रा के लिए रखरखाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राजस्थान (Rajasthan) में अलवर शहर में जनसभा की जाएगी।
इस अवसर पर बोलते हुए मध्य प्रदेश (MP) के पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि 15 महीने की छोटी सी अवधि ( मार्च 2020 तक) में उनकी पार्टी की सरकार ने मध्य प्रदेश में विभिन्न वादों को पूरा करने की कोशिश की जिसमें 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली (Electricity) उपलब्ध कराना भी शामिल है।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ (Kamal Nath) के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार मार्च 2020 में सिंधिया के वफादार 22 विधायकों के कांग्रेस पार्टी (Congress Party) छोड़ने के बाद गिर गई थी।
भनोट ने कहा कि वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र (Manifesto) ऐतिहासिक होगा।
सुबह यात्रा फिर से शुरू करने के बाद गांधी (Gandhi) और उनके काफिले ने नजरपुर गांव में विश्राम किया। यात्रा दोपहर बाद घाटिया बस अड्डे से शुरू होगी और झालरा गांव में रात्रि विश्राम होगा।
गांधी (Gandhi) की अगुवाई वाली यात्रा महाराष्ट्र (Maharashtra) से गुजरने के बाद ‘‘दक्षिण का द्वार’’ कहे जाने वाले बुरहानपुर (Burhanpur) जिले के बोदरली गांव से मध्य प्रदेश में 23 नवंबर को दाखिल हुई थी।
गांधी ने ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर मंदिर में भी की पूजा अर्चना
यह यात्रा चार दिसंबर को राजस्थान में दाखिल होने से पहले, 12 दिन के भीतर पश्चिमी मध्य प्रदेश (West Madhya Pradesh) के मालवा-निमाड़ अंचल में 380 किलोमीटर का फासला तय करेगी।
मध्य प्रदेश में यात्रा अब तक बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन और इंदौर (Indore) जिलों से होकर गुजरी है। भाजपा शासित मध्य प्रदेश (MP) में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
यात्रा के दौरान गांधी ने उज्जैन (Ujjain) में मंगलवार को देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध भगवान महाकाल मंदिर के दर्शन किए।
इससे पहले उन्होंने खंडवा जिले में एक अन्य ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple) में भी पूजा अर्चना की थी।