नई दिल्ली: ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की प्रकृति की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट (Supreme Court or High Court) के सिटिंग या रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में कमेटी के गठन की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट (SC) में एक याचिका दायर की गई है।
भगवान विश्वेश्वर के सात भक्तों ने SC का रुख किया
दरअसल, इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने सुनवाई के क्षेत्राधिकार न होने का हवाला देकर याचिका खारिज कर दी थी। इसके खिलाफ भगवान विश्वेश्वर के सात भक्तों ने SC का रुख किया है।
मई 2022 में इलाहाबाद हाई कोर्ट (HC) की लखनऊ बेंच में याचिका दाखिल कर यह पता लगाने के लिए एक कमेटी का गठन करने का निर्देश देने की मांग की गई थी कि क्या मस्जिद के अंदर पाई गई संरचना शिवलिंग है।
ज्ञानवापी (Gyanvapi) में मिली संरचना पर हिन्दुओं का दावा है कि वह शिवलिंग है जबकि मुसलमानों का दावा है कि वह एक फव्वारा है।