नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस (Delhi Police-Jammu & Kashmir Police) ने एक संयुक्त अभियान में केंद्रीय एजेंसियों (Central Agencies) की मदद से आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और अल-बद्र को फंडिंग (Funding to Terrorist Organizations Lashkar-e-Taiba and Al-Badr) करने के आरोप में एक हवाला Operator को गिरफ्तार (Arreste) किया है। आरोपी की पहचान मोहम्मद यासीन के रूप में हुई है।
स्पेशल सेल (Special Cell) के DCP HGS धालीवाल ने कहा, ACP ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण के तहत Inspector सुनील कुमार राजैन और रविंदर जोशी एक सूचना पर काम कर रहे थे। उन्होंने दिल्ली के तुर्कमान Gate के निवासी यासीन को पकड़ा।
यासीन ने Jammu-Kashmir के एक आतंकी ऑपरेटिव
वह आतंकी संगठनों लश्कर और अल-बद्र के Funding से संबंधित हवाला लेनदेन में एक Agent के रूप में काम कर रहा था।
। 17 अगस्त को, यासीन ने Jammu-Kashmir के एक आतंकी ऑपरेटिव अब्दुल हमीद मीर को जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकवादी गतिविधियों में आगे उपयोग के लिए लगभग 10 लाख रुपये दिए। इस संबंध में, जम्मू-कश्मीर Police ने एक मामला दर्ज किया और जम्मू से अब्दुल हमीद मीर को गिरफ्तार (Arreste) किया था।
अधिकारी ने कहा कि 18 अगस्त को केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर Police से एक व्यक्ति के बारे में सूचना मिली थी जो आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण में लिप्त था और दिल्ली के मीना बाजार से ही संचालित हो रहा था।
यासीन को आखिरकार पकड़ लिया गया
सूचना मिलने के बाद मीना बाजार व आसपास के इलाके में छापेमारी कर Team गठित कर दी गई। यासीन को आखिरकार पकड़ लिया गया।
Police ने बताया कि उसके पास से सात लाख रुपये नकद और एक Mobile Phone बरामद किया गया है।
अधिकारी ने कहा, यासीन पेशे से एक कपड़ा व्यापारी है और मीना बाजार से काम कर रहा था। उसने हवाला के पैसे के एक माध्यम के रूप में काम किया, विदेशों में स्थित स्रोतों से प्राप्त धन एकत्र किया और आगे Jammu-Kashmir में आतंकवादी गुर्गों को वितरित किया।
पूछताछ में यासीन ने Police को बताया कि हवाला का पैसा South Africa के रास्ते सूरत और मुंबई भेजा जा रहा था।
यासीन इस हवाला श्रृंखला में दिल्ली की कड़ी थी और दिल्ली से इस राशि को अलग-अलग कोरियर के माध्यम से जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir ) में स्थानांतरित कर दिया गया था।
यह राशि आगे जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर और अल-बद्र के गुर्गों को दी जाती है।
यासीन भारत के विभिन्न हिस्सों से जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) तक धन पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी था। हाल ही में, उसे South Africa से हवाला के माध्यम से भेजे गए 24 लाख रुपये मिले, जिसमें से उसने Jammu-Kashmir में दो अलग-अलग कोरियर के माध्यम से आतंकवादी गुर्गों को 17 लाख रुपये हस्तांतरित किए।
गिरफ्तार (Arreste) आरोपी अब्दुल हामिद मीर को उसके द्वारा 10 लाख रुपये दिए गए थे। यह 10 लाख रुपये Jammu-Kashmir ने जब्त कर लिया था, जबकि शेष 7 लाख रुपये तलाशी के दौरान उसके घर से बरामद किए गए थे।