नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने रविवार को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सिंगापुर में होने जा रहे वल्र्ड सिटी सम्मेलन में जाने की अनुमति मांगी है।
CM अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैंने सिंगापुर जाने की अनुमति देने के लिए सात जून को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे और जब अमेरिका ने आपको वीजा देने से मना किया था, तो पूरे देश ने अमेरिका के इस कदम की आलोचना की थी।
मुझे अभी तक सिंगापुर जाने की अनुमति नहीं दी गई
आज जब आपकी सरकार किसी मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण मंच पर जाने से रोकती है, तो यह देशहित के खिलाफ है। केजरीवाल ने कहा है, मुझे सिंगापुर की सरकार ने वल्र्ड सिटी सम्मेलन (World City Conference) में दिल्ली मॉडल प्रस्तुत करने के लिए बुलाया है।
दुनिया भर के बड़े-बड़े नेताओं के सामने दिल्ली मॉडल प्रस्तुत किया जाएगा। आज पूरी दुनिया में दिल्ली मॉडल की चर्चा है। सिंगापुर में जब पूरी दुनिया के सामने मैं दिल्ली मॉडल रखूंगा और दुनिया के बड़े-बड़े नेता तालियां बजाएंगे, तो हर भारतवासी का सीना चौड़ा हो जाएगा।
देश के भीतर हमारे राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन बाहर दुनिया के सामने हमें अपने मतभेद भूलकर केवल देशहित को सामने रखना चाहिए। मेरा आपसे निवेदन है कि जल्द से जल्द सिंगापुर जाने की अनुमति दी जाए, ताकि मैं देश का नाम ऊंचा कर सकूं।
सिंगापुर में एक अगस्त को वल्र्ड सिटी सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। इसमें हिस्सा लेने की अनुमति के संबंध में केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को पत्र लिखा है।
CM अरविंद केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा है कि मुझे सिंगापुर की सरकार ने वल्र्ड सिटी सम्मेलन में दिल्ली मॉडल प्रस्तुत करने के लिए बुलाया है।
अगस्त के पहले हफ्ते में आयोजित होने जा रहे इस सम्मेलन में दुनिया भर के बड़े-बड़े नेता सिंगापुर आ रहे हैं। मुझे बेहद दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे अभी तक सिंगापुर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
मेरी सिंगापुर यात्रा से देश का गौरव और मान बढ़ेगा: केजरीवाल
CM केजरीवाल ने आगे लिखा है कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जब दो वर्ष पहले भारत आए थे, तो उनकी पत्नी मिलेनिया ट्रंप दिल्ली सरकार का स्कूल देखने गई थीं।
स्कूल देखने के बाद दिल्ली के शिक्षा मॉडल से वे बेहद प्रभावित हुई थीं। उस दिन हर भारतवासी ने गौरवान्वित महसूस किया था। इससे पहले, यूएन के पूर्व महासचिव बान की मून और नार्वे की पूर्व प्रधानमंत्री दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक देखने आए थे।
मोहल्ला क्लिनिक देखने के बाद उन्होंने कहा था कि इस तरह का स्वास्थ्य मॉडल पूरी दुनिया को अपनाना चाहिए। भारत के लिए यह गौरव की बात है कि आज पूरी दुनिया दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य के मॉडल से इतनी प्रभावित है।
सिंगापुर (Singapore) में जब पूरी दुनिया के सामने मैं दिल्ली मॉडल रखूंगा, दिल्ली के स्कूल, अस्पताल, मोहल्ला क्लिनिक, फ्री बिजली आदि के बारे में बताऊंगा और दुनिया के बड़े-बड़े नेता तालियां बजाएंगे, तो हर भारतवासी का सीना फूल जाएगा। मेरी सिंगापुर यात्रा से देश का गौरव और मान बढ़ेगा।