लोहरदगा: प्रतिबंधित नक्सली संगठन (Naxalite organization) भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर जतरू खेरवार उर्फ टाना खेरवार ने उपायुक्त वाघमारे प्रसाद कृष्ण और पुलिस अधीक्षक आर रामकुमार के समक्ष शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया था। यह नक्सली लोहरदगा, गुमला, लातेहार और पलामू सहित कई जिलों में सक्रिय रहा है।
नक्सली जतरू खेरवार लोहरदगा जिले के पेशरार थानाक्षेत्र के पुतरार का रहने वाला है। उसके खिलाफ लोहरदगा और गुमला जिले के अलग अलग थानों में 17 मामले दर्ज हैं।
इनमें लोहरदगा (Lohardaga) जिले के पेशरार थाना, सेरेंगदाग थाना, किस्को थाना, बगड़ु थाना और गुमला जिले के विशुनपुर थाने में CLA एक्ट, ARMS एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, UPA एक्ट से जुड़े केस उसपर दर्ज हैं।
आठ साल पहले घर से खींचकर ले गये और थमायी बंदूक
सरेंडर करने के बाद नक्सली जतरू खेरवार ने कहा कि सरकार की सरेंडर पॉलिसी (Surrender Policy) नई दिशा के तहत सरेंडर किया।
उसने बताया कि कुख्यात नक्सली नकुल यादव ने 2013 में जबरदस्ती उसे घर से उठाकर नक्सली संगठन में शामिल कराया।
इसके बाद आठ साल तक वह नक्सली संगठन में रहा। पर उसे कोई लाभ नहीं मिला। बड़े नक्सलियों का शोषण सहने के बाद बेहतर भविष्य को देखते हुए संगठन छोड़ समर्पण किया है। बाकी नक्सलियों से भी अपील करते हुए कहा सरेंडर कर बेहतर जीवन जिएं।
मौके पर DC और SP ने संयुक्त रूप से कहा कि नक्सली संगठन से जुड़े लोग सरेंडर करें और सरकारी योजना का लाभ उठाएं। साथ ही युवाओं से नक्सलियों के बहकावे में ना आने की अपील की।
इस अवसर पर अभियान ASP दीपक पाण्डेय, SDPO वशिष्ठ नारायण सिंह, CRPF कमांडेंट पीके सिंह सहित किस्को थाना प्रभारी अभिनव कुमार और पेशरार थाना प्रभारी ऋषिकांत शर्मा मौजूद थे।