मेदिनीनगर: झारखंड-बिहार के लिए सिरदर्द बने 18 लाख रुपये के इनामी नक्सली (Nexalite) विजय यादव उर्फ कमल जी उर्फ किसलय जी उर्फ मुराद जी उर्फ गुरु जी अम्बा जिला औरंगाबाद (Aurangabad) निवासी व अमरेन्द्र पासवान उर्फ सत्या पासवान मायापुर थाना दाउदनगर जिला औरंगाबाद निवासी को पलामू (Palamu) और औरंगाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया गया है।
खुफिया इनपुट मिलने के बाद दोनों जिले की टीम ने बनाई रणनीति
जिले के पुलिस कप्तान चन्दन सिन्हा ने शुक्रवार देर शाम कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस (Press Conference) में पत्रकारों को बताया कि दोनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी।
इसी बीच दोनों की औरंगाबाद में होने की खुफिया इनपुट मिलने के बाद दोनों जिले की टीम ने रणनीति बना कर पकड़ने में कामयाब हुई है।
नक्सलियों ने स्वीकारोक्ति (Confession) बयान में बताया कि वह वर्ष 2003 से नक्सली संगठन में सक्रिय है।
औरंगाबाद जिला के मदनपुर, सलैया, दिबरा एवं देव थाना क्षेत्र में गया जिला व झारखण्ड राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार अपने संगठन को मजबूत करने के साथ वर्ष 2014 से नक्सली संगठन का जोनल कमांडर एवं रिजनल कमांडर के रूप में नेतृत्व करता रहा है।
20 लाख रूपये बरामद किया गया
नक्सली विनय यादव से पूछताछ के क्रम में पता चला कि नक्सली संगठन द्वारा लेवी के वसूले गये रुपये को चकरबंधा के जंगल में शिकारी कुओं के आस पास छिपा के रखा गया है।
इस सूचना के आधार पर योगेन्द्र ढकोले, उप-समादेष्टा 205 वाहिनी, कोबरा औरंगाबाद व मुकेश कुमार अपर पुलिस अधीक्षक अभियान औरंगाबाद द्वारा अपने बल के साथ मदनपुर थानान्तर्गत चकरबंधा के पचरूखिया पहाड़ी क्षेत्र से गड़ा हालत में गोदरेज कम्पनी का लोहे का लॉकर बरामद किया गया।
बाद में लोहे के कटर से काटकर कुल- 20 लाख रूपये बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि
आरोपित विनय यादव के बयान के आधार पर उसके आश्रयदाता इंदरिश अंसारी ग्राम भलवारी खुर्द थाना और अम्बा जिला औरंगाबाद के घर छापेमारी कर ईदरिश अंसारी को भी गिरफ्तारी किया गया।
उन्होंने बताया कि नक्सली संगठन के महत्वपूर्ण इनामी नक्सली के गिरफ्तारी होने से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा है।
नक्सली गतिविधि पर अंकुश लगाये जाने के लिए लगातार छापामारी अभियान जारी है।
कुख्यात नक्सली को शरण एवं सहयोग देने के आरोप में गिरफ्तार तीन अभियुक्त सहित अन्य दो अभियुक्तों के विरुद्ध दाउदनगर थाना में यूएपीए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
छापेमारी दल में योगेन्द्र कोले उप-समादेष्टा, 205 कोबरा वाहिनी, रंजीय द्वितीय कमान अधिकारी 205 कोबरा वाहिनी, रूप नारायण विरौली द्वितीय कमान अधिकारी 47 वी वाहिनी सीआरपीएफ, मुकेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक अभियान, औरंगाबाद, कुमार ऋषि राज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, दाउदनगर, अजय कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी छतरपुर पलामू, थानाध्यक्ष ओबरा, थानाध्यक्ष मदनपुर, जिला औरंगाबाद शामिल थे।