नयी दिल्ली: एम थ्री एम इंडिया के निदेशक पंकज बंसल का कहना है कि मौजूदा दौर में रियल एस्टेट क्षेत्र में एंड-टू-एंड बिल्ट-इन बिजनेस मॉडल जरूरी है।
उन्होंने बताया कि एम थ्री एम इंडिया में जमीन की खरीदारी और इसका मुद्रीकरण, लाइसेंसिंग, लॉन्चिंग, निर्माण, विपणन, वितरण और बिक्री के बाद की पूरी मूल्य श्रृंखला को सीधे प्रबंधित किया जाता है।
पंकज बंसल ने कहा , यह हमें परियोजनाओं पर पूर्ण नियंत्रण देता है और हमारी परियोजनाओं को तय समयसीमा के भीतर अच्छी तरह से वितरित करने में मदद करता है।
अधिकांश ग्राहक आवास ऋण की तलाश करते हैं और सर्वोत्तम गुणवत्ता के साथ समय पर डिलीवरी करना हमेशा हमारी प्राथमिकता रही है। अंत में हमारा उद्देश्य यही है कि हमारे ग्राहक और निवेशक दोनों खुश और संतुष्ट रहें।
अपनी सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की अपनी प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुये कंपनी ने 2018 से पहले 27 परियोजनायें शुरू की थीं, जिनमें से 25 परियोजनायें पूरी की जा चुकी हैं।
पूरी की गयी परियोजनायें लगभग 40 लाख वर्ग फुट के रिटेल स्पेस और 200 लाख वर्ग फुट के कुल स्पेस की हैं।
शेष दो परियोजनाओं यानी प्रतिष्ठित ट्रम्प टावर्स और एम थ्री एम हाइट्स का निर्माण कार्य जोरों पर है और इन परियोजनाओं को जल्द ही पूरा करने की उम्मीद है।
वर्ष 2018 के बाद शुरू की गयी पांच नयी परियोजनायें, जिनमें एम3एम मरीना, एम3एम प्राइव और एम3एम नेचुरा शामिल हैं, पहले ही ग्राहकों को सफलतापूर्वक डिलीवर की जा चुकी हैं।
इसके अलावा एम3एम सॉलिट्यूड, एम3एम कैपिटल और एम3एम एट्रियम57 सहित पांच नयी लॉन्च की गई परियोजनाओं में निर्माण कार्य जारी है।
एम3एममरीना के निवासियों में से एक अंकित भारद्वाज (एसोसिएट डायरेक्टर, फ्रैक्टल एनालिटिक्स) ने कहा, एम3एम मरीना में वह सब कुछ है, जो एक छोटी आवासीय टाउनशिप में हो सकता है – बड़ा घर, बड़ी बालकनी, क्लब हाउस,मेडिटेशन सेंटर, खेल सुविधायें, बच्चों के लिये प्ले ग्राउंड, स्विमिंग पूल, जिम, पार्क, फव्वारे, पावर बैकअप, कवर्ड पाकिर्ंग आदि सब उपलब्ध है। यहां दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये एक किराना स्टोर भी हैं।
एक रियल एस्टेट डेवलपर के लिये उसके चैनल पार्टनर भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। एम3एम इंडिया के मामले में, इसके चैनल पार्टनर कंपनी की स्थापना के बाद से ही न सिर्फ कंपनी के साथ हैं, बल्कि कंपनी के ²ष्टिकोण के भी समर्थक रहे हैं।
इन्वेस्टर क्लिनिक से चैनल पार्टनर हनी कात्याल ने कहा, हम 2011 से जब से प्रोजेक्ट एम3एम गोल्फस्टेट शुरू हुआ है तब से एम3एम के साथ जुड़े हुये हैं।
हम एम3एम के फेज 1.0, फेज 2.0 का हिस्सा रहे हैं और अब एम3एम 3.0 में लंबे जुड़ाव की उम्मीद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, एम3एम समय पर डिलीवरी का जो वादा करता है वह पूरा करता है। अब तक इसने अपने ग्राहकों को कभी निराश नहीं किया है।
गुणवत्ता और ग्राहक अनुभव पर कंपनी का फोकस निर्विवाद है। एम3एम अपने अद्वितीय प्रस्तावों और लचीली योजनाओं के लिये जाना जाता है।
हम चैनल पार्टनर के रूप में ग्राहकों का लाभ और मूल्यवर्धन का विस्तार करने में सक्षम हैं।
दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे ने डेवलपर्स को आवासीय और अन्य परियोजनाओं में बड़ी भूमि विकसित करने का अवसर दिया है।
बंसल ने कहा, गुरुग्राम और दिल्ली के बीच का क्षेत्र बहुत बड़ा है लेकिन यह लंबे समय तक अलग-थलग रहा है।
हमारी एम3एम कैपिटल प्रोजेक्ट ऐसी बड़ी भूमि के उपयोग की शुरूआत है, जिसने दिल्ली को गुरुग्राम से दूर रखा है।
कई बड़ी भूमि है गुरुग्राम और दिल्ली के बीच जो या तो कम विकसित है या पूरी तरह से अविकसित। बजट भाषण में वित्त मंत्री ने संकेत दिया था कि शहरी नियोजन पर अत्यधिक ध्यान दिया जायेगा क्योंकि 2047 तक देश की लगभग आधी आबादी शहरों में रह रही होगी, जब भारत स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा।
मेरा मानना है कि द्वारका एक्सप्रेसवे इन ग्राहकों के लिये महत्वपूर्ण होगा। इसे ध्यान में रखते हुए एम3एम इंडिया ने द्वारका एक्सप्रेसवे पर जोर दिया है और हम इस एक्सप्रेसवे पर अपनी सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं को विकसित करने की उम्मीद कर रहे हैं।
एम3एम इंडिया के परियोजनाओं की बुकिंग और बिक्री ग्राहकों के विश्वास को दिखाती हैं। लॉन्च के पहले सप्ताह में ही कंपनी ने अपने एम3एम सॉलिट्यूड आवासीय परियोजना की 1,000 से अधिक इकाइयां बेचीं।
कंपनी ने पहले हफ्ते में ही 1,000 करोड़ रुपये की बिक्री का आंकड़ा भी पार कर लिया है। एम3एम इंडिया ने गुरुग्राम के सेक्टर 113 में एक नई हाई-एंड लग्जरी गोल्फ स्टाइल आवासीय परियोजना एम3एम कैपिटल लॉन्च की है, जो द्वारका एक्सप्रेसवे पर है और इसकी शुरूआत के तीन दिनों में ही 800 करोड़ रुपये की बुकिंग हो गयी।
यह परियोजना एयरोसिटी और दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के करीब है। एम3एम कैपिटल के पांच आवासीय टावर लगभग 16 एकड़ में बनाये जा रहे हैं और इसमें 644 अपार्टमेंट हैं, जिसमें 1,300 वर्ग फुट क्षेत्र के 2.5 बेडरूम के 294 अपार्टमेंट और 1,700 वर्ग फुट क्षेत्र वाले 3.5 बेडरूम के 350 अपार्टमेंट हैं।
रियल्टी बाजार आने वाले वर्षों में उछाल के लिये तैयार है। स्टार्टअप 2022-24 के दौरान लगभग 300 लाख वर्ग फुट जगह पट्टे पर लेना चाहते हैं, जिसमें से अधिकांश हिस्सा वाणिज्यिक होगा।
आवास की मांग में 8 से10 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है। रियल एस्टेट क्षेत्र में एफडीआई भी 2017-2021 के दौरान तीन गुना बढ़कर लगभग 82 प्रतिशत हो गया है।
युवा भारतीय आबादी भी आगे बढ़ रही है और 35 वर्ष से कम आयु के 66 प्रतिशत युवा आवास ऋण लेने वालों के रूप में उभर रहे हैं।
आवास ऋण लेने वालों का संचयी सक्रिय गृह ऋण आधार पिछले 3 वर्षों में लगातार 3.5 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ा है।
समय पर संपत्ति पर कब्जा, कॉपोर्रेट प्रशासन, पारदर्शिता, स्थिरता और लागत प्रतिस्पर्धा आने वाले वर्षों में रियल्टी में निर्णायक भूमिका निभायेंगे और ऐसा लगता है कि रियल-एस्टेट क्षेत्र में एंड-टू-एंड बिल्ट-इन बिजनेस मॉडल ग्राहकों और निवेशकों के लिये पूरे माहौल को बदल देगा।