नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने हड़ताल का आह्वान किया है।
यूनियन के आह्वान पर 16 और 17 दिसंबर को बैंकों में दो दिन की देशव्यापी हड़ताल की जाएगी। गौरतलब है कि यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस नौ सरकारी बैंकों के यूनियन का संयुक्त मंच है।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के संयोजक महेश मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि सरकार संसद के मौजूदा सत्र में बैंकिंग सुधार विधेयक पारित कराना चाहती है, जिससे निजीकरण का रास्ता साफ हो जाए।
उन्होंने जारी एक बयान में बताया कि यूनाइटेड फोरम इस बिल का विरोध करने के लिए शुक्रवार, 3 दिसंबर से शुरू हो रहे आंदोलन के तहत धरना और प्रदर्शन करेगा तथा विधेयक के विरोध में 16 एवं 17 दिसंबर की दो दिन की देशव्यापी हड़ताल करेगा।
मिश्रा ने बताया कि हम देश में कर्मचारी एवं जन समर्थित बैंकिंग नीतियों के साथ देश के आर्थिक विकास से जुड़ी नीतियों के समर्थक हैं लेकिन बैंकों के निजीकरण किए जाने के नहीं।
इसीलिए बैंक कर्मचारियों का प्रस्तावित यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हड़ताल से संबंधित नोटिस यूनाइटेड फोरम की ओर से भारतीय बैंक संघ को पहले ही दिया जा चुका है।