नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) प्रमुख जयंत चौधरी को एक बार फिर नसीहत दी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के अनूपशहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि जयंत चौधरी को लगता है कि उनकी सरकार बनी तो उनकी सुनी जाएगी। लेकिन जयंत गलतफहमी में हैं ऐसा नहीं होने वाला।
अमित शाह ने कहा, बीते दिनों अखिलेश जी ने जयंत चौधरी जी को अपने साथ बैठाया था। जयंत जी को लगता है कि उनकी सरकार बनी, तो उनकी सुनी जाएगी।
जयंत जी, गलतफहमी में मत रहना। जो अपने पिताजी और चाचाजी की नहीं सुनता, वो आपकी क्या सुनेगा।
दरअसल बीजेपी ने पिछले दिनों जयंत चौधरी को लेकर कई बयान दिए हैं। पहले बीजेपी के सांसद परवेश वर्मा के घर जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई जाट नेताओं से मुलाकात की तो परवेश वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि जयंत चौधरी के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले हैं।
प्रवेश वर्मा ने कहा- हम जयंत चौधरी का अपने घर (बीजेपी) में स्वागत करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने गलत रास्ता चुना है। फिर प्रेसवार्ता कर समाजवादी पार्टी और आरएलडी पर कई आरोप लगाये।
इसके बाद में जयंत चौधरी ने बीजेपी की इस पेशकश को ठुकराते हुए कहा, न्योता उन्हें नहीं, उन 700 से ज्यादा किसान परवारों को दीजिए जिनके घर आपने उजाड़ दिए।
इसके बाद बुधवार को ही जयंत चौधरी ने मथुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह पर जमकर निशाना साधा था।
जयंत ने कहा, आपके मजबूत कार्यकर्ता और पिछले बार चुनाव लड़े योगेश (नौहवार) को बीजेपी के कद्दावर नेता अमित शाह ने तोड़ने का प्रयास किया और कहा कि वह बीजेपी में शामिल हो जाए तो वह उसको हेमा मालिनी बना देंगे, लेकिन योगेश नौहवार ने वफादारी निभाते हुए अमित शाह को इस बात के लिए मना कर दिया।
जयंत ने बुधवार को कहा, मैं हेमा मालिनी नहीं बनना चाहता हूं, मुझे खुश करके आपको क्या मिलेगा। जनता के लिए क्या करोगे उन किसान परिवारों के लिए क्या किया।