नई दिल्ली: कांग्रेस ने जासूसी सॉफ्टवेयर पोगासस पर आई एक नई रिपोर्ट के हवाले से केंद्र की मोदी सरकार पर भारतीय लोकतंत्र को हाईजैक करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार का ये काम देशद्रोह है।
महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक बार फिर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसके अनुसार केंद्र सरकार अपने ही देश के लोगों के खिलाफ जासूसी कर रही है और आम जनता की कमाई के पैसे को जासूसी करने के लिए खर्च किया जा रहा है।
पेगासस डील के खुलासे पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया है जिसके लिए खुद प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह अब स्पष्ट हो चुका है कि सरकार ने देश की संसद से झूठ बोला था।
सरकार द्वारा देश के लोगों को ठगा गया था और नागरिकों से झूठ बोला गया था। उन्होंने कहा कि हम सदन में जिम्मेदारी तय करेंगे।
साथ ही मामले में सुप्रीम कोर्ट से संज्ञान लेने और दंडात्मक कार्रवाई शुरू करने के लिए कह रहे हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले से ही कहती आ रही है कि, मोदी सरकार इजरायली निगरानी स्पाइवेयर पेगासस से अवैध और असंवैधानिक जासूसी रैकेट की कर्ताधर्ता है। इसमें प्रधानमंत्री मोदी खुद शामिल हैं! यह लोकतंत्र का अपहरण और देशद्रोह का कृत्य है।
सुरजेवाला ने कहा कि ये पेगासस स्पाइवेयर न केवल व्हाट्स ऐप और फोन की सुरक्षा को ब्रेक करता है, बल्कि फोन के आसपास की सभी गतिविधियों को पकड़ने के लिए सेलफोन कैमरा और माइक्रोफोन तक भी पहुंचने में सक्षम है, इसके अलावा फोन की सभी सिक्योरिटी फीचर्स को हैक कर सकता है।
फोन के पासवर्ड, कॉन्टैक्ट लिस्ट, टेक्स्ट मैसेज और लाइव वॉयस कॉल को सुनने और भेजे गए संदेश को पकड़ने में भी सक्षम है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोगों को झूठे आरोप में फंसाने के लिए नकली डाटा को भी सेलफोन में प्लांट कर सकता है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके स्टाफ, पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कुमारस्वामी, भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, उनकी पत्नी और कर्मचारी, वर्तमान आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और उनकी पत्नी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उनके स्टाफ, प्रवीण तोगड़िया, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी व अन्य कई नेताओं की जासूसी करने के लिए पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया गया।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट के जज, चुनाव आयोग, सीबीआई निदेशक रहे आलोक वर्मा और उनकी पत्नी और परिवार, बीएसएफ के प्रमुख के के शर्मा, बीएसआई आईजी जगदीश मैथानी, रॉ अधिकारी जितेंद्र कुमार ओझा और उनकी पत्नी, भारतीय सेना के अधिकारी – कर्नल मुकुल देव और कर्नल अमित कुमार पर भी पेगासस के माध्यम से नजर रखी गई।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया केंद्र सरकार और पेगासस स्पाइवेयर के टारगेट सूची में वकील, एक्टिविस्ट और पत्रकार भी शामिल थे।
सुरजेवाला ने कहा कि न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि भारत सरकार ने साल 2017 में इजरायल की एनएसओ ग्रुप से जासूसी साफ्टवेयर पोगासस खरीदा था।
इस रिपोर्ट के मुताबिक इस साफ्टवेयर को पांच साल पहले की गई 2 बिलियन डॉलर की डिफेंस डील में खरीदा गया था।
इसी डिफेंस डील में भारत ने एक मिसाइल सिस्टम और कुछ हथियार भी खरीदे थे। इसमें पेगासस और मिसाइल सिस्टम भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि अभी तक न तो भारत सरकार ने ये माना है कि उसने पेगासस साफ्टवेयर इजरायल से खरीदा है, और न ही इजरायली सरकार ने माना है कि उसने भारत को ये जासूसी सिस्टम बेचा है।