झारखंड

झारखंड में पूर्व विधायक के दो Bodyguard की हत्या के आरोप में नौ नक्सली गिरफ्तार

एसपी ने बताया कि भाकपा माओवादियों के सदस्य -सहयोगियों द्वारा खुआहातु ग्राम में घटना अंजाम देने के लिए मीटिंग किया गया था

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) के झीलरुआ हाई स्कूल मैदान में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक के दो अंगरक्षकों की हत्या करने के मामले में पुलिस ने नौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार नक्सलियों में प्रधान कोड़ाह, पुसा लुगून, कुजरी केराई, श्रीराम तुबीड, शैलेन्द्र बाहान्दा, मंगल सिंह लुगून, मंगल सिंह दिग्गी, रंगिया लुगून, सुनिया सुरीन शामिल हैं।

इनके पास से तीन कारबाईन, 42 गोली, नक्सली बैनर, चार लाल रंग का कपड़े पर लिखा नक्सली बैनर, पांच नक्सली पोस्टर, एक मोटर साइकिल और मोबाइल फोन बरामद की गयी है।

चाईबासा एसपी अजय लिंडा ने बताया कि बीते चार जनवरी को झीलरुआ हाई स्कूल मैदान में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक के दो अंगरक्षकों की हत्या कर हथियार एवं गोली लूटने के मामले में नौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।

इसके अलावा इनके द्वारा अमराई जंगल में मुन्शी बेहराम लुगून की गोली मारकर हत्या एवं जेसीबी मशीन को आग लगाने तथा इसके पूर्व प्रेम सिंह सुरीन की हत्या से संबंधित घटनाओं का उद्भेदन किया गया है।

एसपी ने बताया कि अनुसंधान एवं छापामारी के दौरान कुल नौ सक्रिय प्रतिबंधित भाकपा माओवादी के सदस्य-सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है।

उनकी निशानदेही पर हथियार सहित अन्य सामान बरामद किये गये है। उन्होंने बताया कि घटना भाकपा माओवादियों के सदस्य और सहयोगियों के द्वारा पूर्व नियोजित थी, जिसमें दस्ता के सदस्यों के द्वारा सक्रिय भाग लिया गया था।

एसपी ने बताया कि भाकपा माओवादियों के सदस्य -सहयोगियों द्वारा खुआहातु ग्राम में घटना अंजाम देने के लिए मीटिंग किया गया था।

उस मीटिंग में यह योजना बनी की चार जनवरी को झीलरुआ हाई स्कूल मैदान में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक को लाना है तथा उनको पुरस्कार वितरण के लिए सूर्य ढलने तक रोक कर रखना है। इसी दरम्यान उनके अंगरक्षकों का हथियार, गोली लूट लेना है।

एसपी ने बताया कि बेला पंचायत के पूर्व मुखिया कुजरी केराई को पूर्व विधायक गुरुचरण नायक को झीलरुआ हाई स्कूल में आयोजित खेलकुद प्रतियोगिता में पुरस्कार वितरण के लिए बुलाने एवं सूर्य ढलने तक उन्हें वहां रोक कर रखने का काम सौंपा गया था।

प्रधान कोड़ाह एवं पुसा लुगून को पुलिस के गतिविधि की रैकी करने, प्लान में शामिल सदस्यों को लाने एवं ठहराने की जिम्मेवारी दी गई थी।

घटना के दिन दस्ता के सभी सदस्य एवं सहयोगी आये थे। इसमें सदस्यों को घटना स्थल के चारों तरफ तैनात किया गया था।

माओवादियों के पास तीन बड़ा चाकू एवं अन्य के पास मिर्च पाउडर था। एसपी ने बताया कि प्रोग्राम समाप्ति के बाद उनके द्वारा पूर्व योजनानुसार तीनों अंगरक्षकों के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंक कर हमला कर दिया गया।

अंगरक्षकों द्वारा अदम्य साहस का परिचय देते हुए हमले का प्रतिरोध किया गया। लेकिन उन लोगों के द्वारा प्रतिरोध के कारण दो अंगरक्षकों पर चाकू से वार कर घायल किया गया । इसमें दोनों अंगरक्षक शहीद हो गये थे।

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