रांची: झारखंड के नवनिर्मित देवघर एयरपोर्ट (Deoghar Airport) की विमानन सुरक्षा नियामक संस्था ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) दिल्ली की टीम ने सुरक्षा मानक की हर स्तर पर जांच की।
बीसीएएस की सिक्यूरिटी टेस्ट में देवघर एयरपोर्ट पूरी तरह सफल हुआ। इसके साथ अब 15 मार्च तक देवघर एयरपोर्ट को डीजीसीए से लाइसेंस मिलने की संभावना बढ़ गयी है।
जानकारी के अनुसार सिक्योरिटी टेस्ट के लिए दिल्ली से आयी चार सदस्यीय टीम ने पैसेंजर मूवमेंट सिस्टम, बोर्डिंग समेत पैसेंजर जांच के सभी सिक्यूरिटी प्वाइंट की जांच की।
बीसीएएस की टीम देवघर एयरपोर्ट में झारखंड पुलिस की सिक्यूरिटी सिस्टम समेत प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मियों की संख्या से भी अवगत हुए।
सुरक्षा अधिकारियों ने लिया जायजा
इस दौरान सुरक्षा अधिकारियों ने एयरपोर्ट ऑपरेटर को निर्देश दिया कि स्कैनिंग सिस्टम को रेगुलर अपडेट रखें। इस सिस्टम की एयरलाइन के चेक-इन सिस्टम से जोड़कर हमेशा काम करना है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों को रियल टाइम इंफॉर्मेशन मिल सके।
सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों ने एटीसी, टर्मिनल बिल्डिंग समेत पार्किंग एरिया का जायजा लिया। इस दौरान सुरक्षा नियंत्रण से जुड़े पदाधिकारियों एवं कर्मियों से कई बिंदुओं पर एयरपोर्ट और यात्रियों की सुरक्षा से संबंधित प्रश्न पूछे। साथ ही आवश्यक सुझाव भी दिये।
चेक इन काउंटर और बोर्डिंग प्वाइंट पर हुआ मॉक ड्रील
बीसीएएस के अधिकारियों ने पांच घंटे तक टर्मिनल बिल्डिंग के सभी सिक्यूरिटी प्वाइंट का सर्वे किया। देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा पर सीधे तौर पर दिल्ली की जांच एजेंसियां बीसीएएस मॉनिटरिंग करेगी।
हालांकि, लंबे समय तक निरीक्षण और समीक्षा के बाद बीसीएएस के अधिकारियों ने देवघर एयरपोर्ट काे सिक्यूरिटी टेस्ट में सफल बताया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों दिल्ली से आयी डीजीसीए की टीम ने भी देवघर एयरपोर्ट का निरीक्षण कर एयरपोर्ट के टेक्निकल तैयारी पर संतुष्टि जतायी थी।
15 मार्च तक देवघर एयरपाेर्ट को डीजीसीए से लाइसेंस मिलने की संभावना है।