लातेहार: गारू थाना पुलिस द्वारा बरवाडीह के गणेशपुर पंचायत के कुकु गांव निवासी आदिवासी किसान अनिल सिंह (42) को नक्सली समर्थक बताकर जमकर पिटाई मामले में दो दिन बाद एसपी ने गुरुवार को कार्रवाई की।
एसपी अंजनी अंजन ने गारू थाना प्रभारी रंजीत कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही एसआई शाहिद अंसारी को गारू का नया थाना प्रभारी बनाया है।
उल्लेखनीय है कि अनिल सिंह की पिटाई मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया था, वहीं माले के विधायक विनोद सिंह द्वारा विधानसभा में मामले को उठाया गया था।
पिटाई को लेकर ग्रामीण आंदोलित थे। गुरुवार को बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय के पुराने ब्लॉक परिसर में ग्राम सभा के बैनर तले पूरे मामले को लेकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
रूपरेखा तैयार करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता कन्हाई सिंह ने क्षेत्रों से आए आदिवासी समुदाय और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों के साथ बैठक की।
बैठक में सर्वसम्मति से पांच मार्च को पूरे मामले में दोषी पर कार्रवाई और मामला दर्ज करने की मांग को लेकर प्रखंड परिसर में धरना प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया।
आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में सुरक्षित नहीं कोई आदिवासी: कन्हाई
सामाजिक कार्यकर्ता कन्हाई सिंह ने कहा कि आज झारखंड में सारी व्यवस्था बेलगाम हो चुकी है, जहां राज्य में अधिकारियों और पुलिस की मनमानी चरम पर है और कहीं से नहीं लगता कि झारखंड में कोई व्यक्ति सुरक्षित है।
यह भी कहा कि राज्य में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद लगातार आदिवासियों के साथ अत्याचार हो रहा है। कोई भी आदिवासी सुरक्षित नहीं है।
ऐसे मामलों में संज्ञान लेने के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है, जिसके खिलाफ अब उग्र आंदोलन करने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।