रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
विधायक बिरंची नारायण ने नक्सली घटना में मारे गये लोगों के आश्रितों को नौकरी नहीं मिलने का मामला उठाया। यह मामला विधायक बिरंची नारायण ने अल्पसूचित सवाल पर उठाया।
बिरंची नारायण ने सरकार से मांग की है कि जिन 793 लोगों के परिवार को नौकरी नहीं मिली है उन्हें जल्द नौकरी दिया जाये।
विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष से मांग किया कि मामले को लेकर विधानसभा की कमेटी का गठन किया जाये।
मंत्री ने कहा- 794 आश्रितों को नौकरी मिली
इस सवाल के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि झारखंड में नक्सली घटना में मारे गए 1587 नागरिकों में से 794 के आश्रितों को नौकरी मिली है।
इसके साथ 1086 को अनुदान राशि का लाभ दिया गया है। बाकियों को भी जल्द इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि 2010 से लागू किये गए आत्मसमर्पण नीति के तहत जनवरी 2022 तक कुल 231 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।