रांची: अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) ने एक साइबर अपराधी को जामताड़ा से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार साइबर अपराधी का नाम संजीत यादव बताया गया है। वह जामताड़ा के करमाटाड़ के मोहनपुर का रहनेवाला है। इसके पास से एक पासबुक, दो मोबाईल और तीन सिम कार्ड बरामद किया गया है।
सीआईडी एसपी एस कार्तिक ने सीआईडी मुख्यालय में गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सदर थाना क्षेत्र के बूटी मोड़ निवासी सुषमा सिंह, पति डा० विशान्त प्रियदर्शी ने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया था।
डा० विशान्त प्रियदर्शी शिवम डेंटल क्लिनिक के डॉक्टर है।दर्ज प्राथमिकी में बताया गया था कि साइबर अपराधी की ओर से कुरियर डिलेवरी के नाम पर व्हाट्सएप पर यूपीआई रजिस्ट्रेशन का लिंक भेजकर कुल दो लाख 10 हजार 917 रूपये का साईबर ठगी (अवैध हस्तांनातरण) कर लिया गया ।
एसपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुसंधान के क्रम में अपराधी की संलिप्तता के बिन्दु पर छापामारी कर मामले में शामिल एक साइबर अपराधी को जामताड़ा जिला से गिरफ्तार किया।
एसपी ने बताया कि गूगल सर्च इंजिन पर कुरियर सर्विस कस्टमर केयर हेल्पलाइन नंबर को एडिट कर अपना फर्जी नम्बर डाल देते है।
आम जनता जो कुरियर से संबंधित सहायता के लिए उक्त नम्बर पर कॉल करते हैं तो उनको बैंक का लिंक यूपीआई रजिस्ट्रेशन मैसेज करते है।
एसपी ने बताया कि उक्त लिंक को बैंक के नम्बर पर पीड़ित के बैंक रजिस्टर्ड मोबाईल नम्बर से मैसेज फारवर्ड करवाकर अपने मोबाईल में पीड़ित के बैंक से संबंधित यूपीआई एप्लीकेशन इंस्टॉल कर पैसो का हस्तांतरण करते है।
एसपी ने इस तरह के अपराधशैली से बचने का तरीका भी बताया। एसपी ने बताया कि किसी अज्ञात मोबाईल से कॉल आने पर अपनी कोई भी निजी जानकारी साझा न करें, इंटरनेट सर्च इंजन गूगल एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दिये कस्टमर केयर, हेल्पलाइन नंबर पर भरोसा न करें, कस्टमर केयर नम्बर के लिए हमेशा ऑफिसियल वेबसाइट पर संपर्क करें।
एसपी ने बताया कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गये अननोन लिंक या यूआरएल पर ना क्लिक करे।
ना ही किसी अन्य नम्बर पर फारवर्ड करे बैंक के यूपीआई एप्लीकेशन से संबंधित रजिस्ट्रेशन के लिए बैंक के ऑफिसियल नम्बर से ही मैसेज आता है।