नई दिल्ली/पटना: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को कहा कि उन्होंने फुलवारी शरीफ PFI मामले (Phulwari Sharif PFI Case) में बिहार के पूर्वी चंपारण के मेहसी के मोहम्मद इरशाद आलम (Mohd Irshad Alam) को गिरफ्तार किया है।
NIA ने कहा कि 27 सितंबर, 2022 को PFI पर लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद, PFI नेता हिंसक चरमपंथ (Violent Extremism) की विचारधारा का प्रचार करते रहे और अपराध करने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की व्यवस्था भी कर रहे थे।
फरवरी में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
मामला जुलाई 2022 में दर्ज किया गया था, जब चार आरोपियों को Arrest किया गया था, क्योंकि वे पटना के फुलवारी शरीफ इलाके (Phulwari Sharif Area) में प्रशिक्षण और आतंक और हिंसा के कृत्यों को अंजाम देने के लिए इकट्ठा हुए थे।
इस साल फरवरी में तीन और गिरफ्तार किए गए थे।
c और हाल ही में बिहार (Bihar) के पूर्वी चंपारण जिले में एक विशेष समुदाय (Special Community) के एक युवक को मारने करने के लिए बंदूक और गोला-बारूद की व्यवस्था भी की थी।
हमले को अंजाम देने के लिए इरशाद की मदद ली
अधिकारी ने कहा, आलम, जिसे कल गिरफ्तार (Arrest) किया गया है, आरोपी याकूब खान उर्फ उस्मान उर्फ सुल्तान, PFI के शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक के साथ घनिष्ठ संबंध में था।
याकूब खान ने सांप्रदायिक भड़काने के लिए Social Media पर आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट किए थे।
इसके बाद याकूब ने मोहम्मद इरशाद आलम और अन्य सहयोगियों के साथ, एक लक्षित हत्या को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
हमले को अंजाम देने के लिए इरशाद की मदद ली थी। अन्य गिरफ्तार आरोपियों की मदद से याकूब खान द्वारा आग्नेयास्त्र और गोला-बारूद की भी व्यवस्था की गई थी।
अधिकारी ने कहा कि अब तक उन्होंने इस सिलसिले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार (Arrest) किया है।
इससे पहले, इस साल जनवरी में एजेंसी ने चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट (Charge Sheet) दाखिल की थी।