नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को लुधियाना कोर्ट (Ludhiana Court) बम विस्फोट (Bomb Blast) मामले में पंजाब (Punjab) के मुक्तसर साहिब और गुरदासपुर जिलों (Gurdaspur Districts) में दो स्थानों पर एक साथ तलाशी ली।
NIA के एक अधिकारी ने कहा कि तलाशी के दौरान, 10,16,000 रुपये की नकदी, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और आपत्तिजनक सामग्री वाली डायरी जब्त की गई।
आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर
NIA ने मामले में सात जनवरी को एक पाकिस्तानी नागरिक समेत पांच आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था।
पंजाब पुलिस (Punjab Police) के पूर्व हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह, जिसने 23 दिसंबर, 2021 को कोर्ट परिसर में बम रखा था, उसमें अचानक विस्फोट हो गया, जिससे उसकी मौत हो गई, छह अन्य घायल हो गए।
भारत में गुर्गों की भर्ती
मामला शुरू में लुधियाना पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में इसे एनआईए ने अपने हाथ में ले लिया।
NIA ने कहा- जांच के दौरान, यह पता चला है कि पाकिस्तान स्थित ISYF/KLF आतंकवादी हैंडलर लखबीर सिंह रोडे ने पंजाब में विभिन्न स्थानों पर IED विस्फोटों (IED Blasts) को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
इस योजना को अंजाम देने के लिए, उसने पाकिस्तान स्थित तस्करों के साथ मिलकर, IED की तस्करी करने और अधिक से अधिक हताहत करने और आम जनता के बीच आतंक पैदा करने के लिए विस्फोट करने के लिए भारत में गुर्गों की भर्ती की।
गगनदीप सिंह को IED पहुंचाने के लिए पहलवान की मदद
इसमें कहा गया है कि साजिश को आगे बढ़ाने के लिए रोडे ने पाकिस्तान स्थित हथियार-विस्फोटक-नशीले पदार्थों के तस्कर जुल्फिकार उर्फ पहलवान, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया, सुरमुख सिंह उर्फ सम्मू, दिलबाग सिंह और राजनप्रीत सिंह (Rajanpreet Singh) की मदद से भारत (India) में विस्फोट करने और हथियारों की तस्करी करने के लिए एक आतंकवादी गिरोह का गठन किया।
रोडे ने गगनदीप सिंह को IED पहुंचाने के लिए पहलवान और उसके साथियों की मदद ली।