नई दिल्ली: NIA ने बुधवार को आतंकी, गैंगस्टर और नशे के तस्करों (Drug Traffickers) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA ) ने छह राज्यों हरियाणा (Haryana), पंजाब, राजस्थान, UP, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में 100 से ज्यादा स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।
प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के सदस्य जसविंदर सिंह मुल्तानी (Jaswinder Singh Multani) के सहयोगियों के परिसरों पर भी तलाशी ली।
जसविंदर सिंह मुल्तानी बुड़ैल जेल के पास बम लगाने में शामिल
जसविंदर सिंह मुल्तानी पिछले साल चंडीगढ़ (Chandigarh) में मॉडल बुड़ैल जेल के पास बम लगाने में शामिल था।
उसे 2021 में लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के मास्टरमाइंड के आरोप में जर्मनी (Germany) में गिरफ्तार किया गया था।
NIA की टीमों ने आतंक-नशीले पदार्थों-तस्करों-गैंगस्टरों की सांठगांठ के खिलाफ दर्ज पांच मामलों के जवाब ये छापेमारी अभियान (Raid Operation) चला रखा है।
200 से ज्यादा सदस्यों की टीम ने कर रही छापेमारी
NIA सूत्रों के मुताबिक विदेशों में बैठे गैंगस्टर कथित तौर पर खालिस्तानी अलगाववादियों (Khalistani Separatists) को फंडिंग कर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि एनआईए के 200 से अधिक रेड टीम के सदस्य 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी में मौजूद थे।
जसविंदर सिंह मुल्तानी को SFJ के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) का करीबी सहयोगी माना जाता है और कथित तौर पर अलगाववादी गतिविधियों में शामिल है।
इस वजह से SFJ पर सरकार ने लगाया है प्रतिबंध
जसविंदर सिंह मुल्तानी ने कथित तौर पर 2020-2021 में किसानों के विरोध के दौरान सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल की हत्या की साजिश रची थी।
उसने कथित तौर पर बलबीर सिंह राजेवाल (Balbir Singh Rajewal) को मारने के लिए एक जीवन सिंह को कट्टरपंथी बनाया। 2019 में, केंद्र ने पंजाब में अलगाववादी एजेंडे और हिंसक उग्रवाद को बढ़ावा देने के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत SFJ पर प्रतिबंध लगा दिया था।
सरकार ने कहा कि उनकी गतिविधियों का उद्देश्य समुदायों के बीच विभाजन पैदा करना और राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना है।