नई दिल्ली: अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) पर कांग्रेस सरकार पर दबाव बनाने में जुटी हैं। कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने आज जंतर मंतर पर इस योजना के विरोध में सत्याग्रह किया। प्रियंका गांधी भी इसमें शामिल हुईं।
उन्होंने कहा, युवाओ से बड़ा देशभक्त कोई नही हैं, मैंने बहुत से युवाओ से बात की, जब उत्तर प्रदेश में मुझे गिरफ्तार किया गया तब भी नौजवानों को देखा जो दौड़ लगा रहे थे, भर्ती का इंतजार कर रहे थे। बहुत से ऐसे मिले जिन्होंने कहा कोई उम्मीद नही बची अब गन्ना बेचने जा रहे हैं।
उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा, लोकतांत्रिक तरीके व शांतिपूर्ण, अहिंसा और सत्य के मार्ग पर सरकार को गिराएं और ऐसी सरकार बनाए जो गरीबों को आगे बढ़ाए और आपकी सम्पत्ति को सुरक्षित रखें।
कांग्रेस (Congress) के सत्याग्रह में कई बड़े नेता शामिल हुए और सभी ने सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, सरकार को इस योजना को तुरंत वापस लेना चाहिए क्योंकि यह युवाओं के लिए ठीक नहीं है।
इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, सेना की भर्ती का सपना आप देखते हैं, बड़े होकर सरहद पर जाकर जान देने का सपना आप देखते हैं, आपसे बड़ा देशभक्त कोई नहीं, आप नकली देशभक्तो को पहचानिए।
सरकार की नीयत को पहचानों, जो भी प्रदर्शन आप करे शांति पूर्ण करें, लेकिन आप रुके नही, थके नहीं, कांग्रेस का हर सिपाही आपके साथ हैं।
परिस्थितियों को समझिये, किसान के आंदोलन क्यों हुए, किसान क्यों जागे? क्योंकि किसान समझे थे, उनकी मेहनत की कमाई किसी और के पास जा रही थी।
उन्होंने आगे कहा, यह सरकार आपके लिए नही चल रही हैं। यह सरकार केवल बड़े उद्योगपति के लिए हैं यह सोच समझ कर किया जा रहा हैं।
असम राइफल्स में 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया गया
केवल एक मकसद हैं सत्ता में रहना, बड़े बड़े उद्योगों को अपने उद्योगपतियो को बेच दिया, जिन उद्योगों से आपको रोजगार (Employment) मिलता था, उसे भी इनकी गलत नीतियों ने बन्द कर दिया जस सेना का सपना आप देखते हैं उसका रास्ता बंद किया जा रहा हैं।
देशभर में भी युवा इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और कई शहरों व कस्बों से हिंसा की घटनाएं दर्ज की गई हैं।
वहीं अग्निपरीक्षा योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों के लिए गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया गया है।
इसमें भर्ती के लिए अग्निवीरों (Fire fighters) को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में तीन साल की छूट देने का फैसला किया है और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।