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ओडिशा ट्रेन दुर्घटना : आजादी के बाद रेलवे इतिहास के सबसे बड़े हादसों में से एक

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नई दिल्ली: ओडिशा में शुक्रवार को हुए भीषण ट्रेन हादसे (Odisha Horrific Train Accident) में कम से कम 233 यात्रियों की मौत हो गई और 900 से अधिक घायल हुए।

आंकड़े बताते हैं कि यह हादसा आजादी के बाद हुई सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक है। इस हादसे में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस (Shalimar – Chennai Central Coromandel Express) और एक मालगाड़ी शामिल थी।

अब तक की भीषण ट्रेन दुर्घटनाओं पर नजर :

-छह जून, 1981 : बिहार में देश की सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटना हुई। पुल पार करते समय एक ट्रेन बागमती नदी (Bagmati River) में गिर गई, जिससे उसमें सवार 750 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई।

-20 अगस्त, 1995 : उत्तर प्रदेश में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस फिरोजाबाद (Purushottam Express Firozabad) के पास खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा गई। हादसे में लगभग 305 यात्री मारे गए।

-दो अगस्त, 1999 : ब्रह्मपुत्र मेल उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के गैसल स्टेशन पर खड़ी अवध असम एक्सप्रेस (Assam Express) से टकरा गई।

इस हादसे में 285 से अधिक यात्री मारे गए और 300 से अधिक हो गए। पीड़ितों में सेना, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कई जवान शामिल थे।

-26 नवंबर, 1998 : पंजाब के खन्ना में जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस, (Jammu Tawi-Sealdah Express) फ्रंटियर गोल्डन टेंपल मेल के पटरी से उतरे तीन डिब्बों से टकरा गई, जिससे 212 यात्रियों की मौत हो गई।

-20 नवंबर, 2016 : उत्तर प्रदेश में कानपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस (Indore-Rajendra Nagar Express) के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 152 यात्रियों की मौत हो गई और 260 अन्य घायल हो गए।

-28 मई, 2010 : मुंबई जा रही जनेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन (Janeshwari Express Train) पश्चिम बंगाल में झारग्राम के पास पटरी से उतर गई और फिर एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में 148 यात्रियों की मौत हो गई।

-नौ सितंबर, 2002 : हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस (Howrah Rajdhani Express) बिहार के रफीगंज में धावे नदी पर एक पुल के ऊपर पटरी से उतर गई, जिससे उसमें सवार 140 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई।

23 दिसंबर, 1964 : पंबन-धनुस्कोडी पैसेंजर ट्रेन (Pamban-Dhanuskodi Passenger Train) रामेश्वरम चक्रवात में बह गई, जिससे उसमें सवार 126 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई।

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