नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने सोमवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कहा कि उसने पंजाबी गायक शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की निर्मम हत्या में शामिल तीन लोगों- दो मुख्य निशानेबाजों और उनके सहायक को गिरफ्तार किया है।
दो आरोपी शूटरों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26) और हरियाणा के झज्जर निवासी कशिश उर्फ कुलदीप (24) के रूप में हुई है। इन्हें रविवार को गुजरात के कच्छ जिले से गिरफ्तार किया गया।
सोमवार को यहां मीडिया (Media) को संबोधित करते हुए विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ), एच.एस. धालीवाल ने कहा कि प्रियव्रत शूटरों की टीम का नेतृत्व करने वाले गैंगस्टरों के मॉड्यूल का मुखिया था। घटना के वक्त वह कनाडा के गैंगस्टार गोल्डी बरार के सीधे संपर्क में था।
धालीवाल ने कहा, वह मुख्य शूटर और जल्लाद था, जिसे घटना से ठीक पहले फतेहगढ़ में एक पेट्रोल पंप के CCTV फुटेज में देखा जा सकता है।
धालीवाल ने कहा…
प्रियव्रत पहले हत्या के दो मामलों में शामिल था और उसे 2015 में गिरफ्तार किया गया था।
धालीवाल ने कहा, दूसरा आरोपी शूटर कशिश उर्फ कुलदीप भी पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया।
गिरफ्तार किए गए तीसरे व्यक्ति की पहचान पंजाब के भटिंडा निवासी केशव कुमार (29) के रूप में हुई है।
धालीवाल ने कहा, उन्होंने एक सहायक के रूप में काम किया और एक ऑल्टो कार में गोलीबारी के ठीक बाद निशानेबाजों को प्राप्त किया।
केशव घटना के दिन, टोही के दौरान और पिछले प्रयासों के दौरान भी मनसा तक निशानेबाजों के साथ था।
पुलिस ने दोनों आरोपित शूटरों को गिरफ्तार करने के अलावा भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किया है।
धालीवाल (Dhaliwal) ने कहा कि जिस बोलेरो कार में चार हमलावर आए, उसे कशिश चला रहा था, जिसके साथ प्रियव्रत, अंकित सिरसा और दीपक मुंडी भी थे।
दूसरी कार जगरूप रूपा चला रही थी और उसमें मनप्रीत मन्नू नाम का एक और हमलावर था।
अधिकारी ने कहा, संदीप केकड़ा नाम के एक व्यक्ति ने बिना सुरक्षा के मूसेवाला के मूवमेंट के बारे में प्रारंभिक सूचना दी, जिसके बाद हमलावरों को हत्या को अंजाम देने के लिए अंतिम रूप दिया गया।
जिस कार में जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू यात्रा कर रहे थे, उसने पहले मूसेवाला की कार को ओवरटेक किया और अचानक उसके सामने रुक गई।
धालीवाल ने कहा, मनप्रीत मन्नू पहले कार से बाहर आया और अपनी एके-47 राइफल से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे मूसेवाला घायल हो गया, जो अपनी कार को आगे नहीं चला सका।
उसी समय बोलेरो कार में सवार अन्य चार हमलावर प्रियव्रत, कशिश, अंकित सिरसा और दीपक मुंडी भी मौके पर पहुंच गए।
अधिकारी ने कहा, चारों हमलावरों ने कार से बाहर कदम रखा और मूसेवाला को कई बार गोली मारी।
इस भीषण हत्या (MURDER) को अंजाम देने के बाद जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू अपनी कोरोला कार में मौके से फरार हो गए, जबकि अन्य चार हमलावर अपनी बोलेरो कार में फरार हो गए।