मुंबई: बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना ने बुधवार को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में 10 साल पूरे कर लिए हैं।
अभिनेता ने 10 साल के इस सफर को शानदार बताया और कहा कि वो खुद को भाग्यशाली महसूस करते हैं कि उन्हें कुछ अच्छे मेंटॉर मिले जो उन पर विश्वास करते थे।
विक्की डोनर, शुभ मंगल सावधान, दम लगा के हईशा, बधाई हो, बाला, आर्टिकल 15, ड्रीम गर्ल और अंधाधुन जैसी हिट फिल्में देने वाले आयुष्मान कहते हैं, सिनेमा में यह मेरे लिए एक उत्साहजनक दशक रहा है।
मुझ जैसे व्यक्ति का हिंदी फिल्म उद्योग में कोई संबंध नहीं था, कोई पैठ नहीं थी, लेकिन फिर भी लोगों ने मुझ पर यकीन किया।
इसके लिए मैं आज खुद को आभारी पाता हूं कि मुझे इतने अच्छे सलाहकार मिले जिन्होंने मेरे करियर की शुरूआत में मुझ पर, मुझसे ज्यादा विश्वास किया और मुझे निर्देशित किया
वह आगे कहते हैं कि अगर मुझे सिनेमा में अपने दशक का वर्णन करना होता, तो मैं कहता कि मैंने रिस्क लेकर काम किया क्योंकि मैं उन रास्तों पर चला जिस पर कम लोग चलते हैं। आज, जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे अपने काम पर, अपने फैसलों पर गर्व होता है।
मुझे लगता है कि मैं हमेशा सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को खोजा है और यह निर्णय मेरे करियर के लिए सबसे फायदेमंद रहे हैं।
आयुष्मान की कल्ट क्लासिक विक्की डोनर दस साल पहले 20 अप्रैल, 2012 को रिलीज हुई थी। शूजीत सरकार के निर्देशन में एक ऐसे विषय को प्रस्तुत किया गया था जिसने आयुष्मान को रातों रात स्टार बना दिया।
आयुष्मान कहते हैं कि आज, मुझे विक्की डोनर को फिल्माने की याद आ रही है, एक ऐसी फिल्म जो उन फिल्मों के बारे में उद्योग के लिए मेरा कॉलिंग कार्ड बन गई, जिन्हें मैं वापस करना चाहता हूं।
मैं शूजीत दा, रोनी लाहिरी और जॉन अब्राहम का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा किया। मेरे जैसे को एक प्रोजेक्ट का शीर्षक देना, जिसे अब एक पीढ़ी को परिभाषित करने वाली फिल्म कहा जा रहा है। मैं आज के बारे में थोड़ा भावुक हूं।