पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने यहां जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि कानून और नियम बनाने से कुछ नहीं होता, काम ऐसा किया जाना कि स्वभाव का हिस्सा बन जाए।
पटना में जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर कानून, नियम बनाने से कुछ नहीं होगा, जरूरी है कि महिलाओं और लड़कियों को शिक्षित किया जाए। जब लड़कियां शिक्षित (Educated) हो जाएंगी तो प्रजनन दर में खुद कमी आ जायेगी।
उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में उन्होंने लड़कियों की पढ़ाई पर जोर दिया है, इसकी वजह से बिहार में प्रजनन दर 4.3 से घटकर 3.0 पर आ गई है।
कानून बनाने से केवल कुछ नहीं होगा
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगर पांच -छह साल यही गति रही तो बिहार (Bihar) का प्रजनन दर दो पर आ जायेगी।
उल्लेखनीय है भाजपा (BJP) कोटे के मंत्री नीरज कुमार बबलू सहित कई नेता जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कानून बनाने की मांग की है।
इसके इतर नीतीश कुमार का कहना है कि इसे लेकर कानून बनाने की जरूरत नहीं है।
भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू (JDU) के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केवल कानून बनाने से कुछ नहीं होगा।
काम ऐसा किया जाना चाहिए कि यह स्वभाव का हिस्सा बन जाए। उन्होंने आगे कहा कि चीन का जनसंख्या नियंत्रण कानून (Population Control Law) बनाने के बाद क्या हाल हुआ। यह सबको देख लेना चाहिए।