नई दिल्ली: कृषि कानून के खिलाफ चले आंदोलन को स्थगित हुए एक लंबा समय हो गया, लेकिन सरकार और किसानों के बीच हुए समझौते पर एक बार फिर आज किसान नेताओं की दिल्ली में बैठक चल रही है।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित की गई बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पैनल के गठन समेत किसानों से किए गए वादों पर केंद्र की अब तक की प्रगति की समीक्षा हो रही है।
बैठक में डॉ दर्शनपाल, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा (कक्का जी), युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव शामिल हैं। यह बैठक शाम करीब 5 बजे तक चलेगी।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, 7 मुद्दों पर बैठक हो रही है। इनमें 9 दिसंबर को सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन पत्र की समीक्षा, लखीमपुर खीरी कांड में अब तक हुई प्रगति, एमएसपी के मुद्दे पर राष्ट्रीय कार्यक्रम की योजना, संयुक्त किसान मोर्चा का विधान और संगठन, मोर्चे के फंड की स्थिति, शहीद स्मारक की योजना और पंजाब चुनाव में भाग लेने वाले संगठनों के बारे में फैसला शामिल है।
किसान नेताओं की कोशिश है कि वह एक बार फिर सरकार पर दबाव बनाए और जिन मुद्दों पर सरकार के साथ समझौते हुए हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा कराया जाए। हालांकि किसान इस बैठक से अगर का रोड मैप तैयार कर सकते हैं।
दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र के तीन कृषिक कानूनों के विरूद्ध किसानों ने सालभर आंदेालन चलाया था।
जब सरकार ने इन विवादास्पद कानूनों को निरस्त कर दिया और अन्य छह मांगों पर विचार करने पर सहमत हो गयी तब नौ दिसंबर को यह आंदोलन निलंबित किया गया था।