झारखंड

Oramanjhi Murder Case : पुलिस बेलाल को लेकर घटनास्थल पर पहुंची, क्राइम सीन रीक्रिएट कराया

न्यूज़ अरोमा रांची: रांची के ओरमांझी Oramanjhi के चर्चित सिर कटी हत्याकांड के मुख्य आरोपित शेख बेलाल को लेकर पुलिस गुरुवार को जीराबार जंगल पहुंची। इसके बाद पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट कराया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस जघन्य वारदात को अंजाम देने की पूरी कहानी का सीन पुलिस रीक्रिएट कराई।

इसी आधार पर पुलिस अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बेलाल ने गिरफ्तारी के बाद घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। पत्नी और बेलाल दोनों ने मिलकर युवती की हत्या की थी।

पुलिस ने बेलाल से घटनास्थल पर कई सवाल किए। सभी सवालों का जवाब बेलाल ने पुलिस को दिया।

एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को गुप्त सूचना मिली थी कि बेलाल ऑटो से जा रहा था।

इसी दौरान रांची पुलिस की टीम ने सिकिदरी- ओरमांझी रोड से गिरफ्तार कर लिया।

एक दोस्त के घर से गिरफ्तार पुलिस ने किया गिरफ्तार

पहली पत्नी साबाे खातून की निशानदेही पर पुलिस ने चंदवे में एक खेत में गाड़ कर रखे सिर काे बरामद किया था।

इधर शेख बिलाल को ओरमांझी थाना क्षेत्र से उसके एक दोस्त के घर से गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने गुप्त सुचन के आधार पर उसे गिरफ्तार किया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में बनी विशेष टीम ने बिलाल को गिरफ्तार करने में सफल हुई है।

9 दिनों बाद पुलिस ने बीते 12 जनवरी को युवती का सिर रांची के पिठौरिया थाना क्षेत्र के चंदवे बस्ती से बरामद किया था।

बता दें कि शेख बेलाल ने 2 जनवरी की रात चंदवे अपने घर में गला दबाकर हत्या कर दी और शव को पहली पत्नी के साथ बाइक पर ले जाकर जंगल में फेंक दिया।

घटना की संबंध में चंदवे से गिरफ्तार बेलाल की पहली पत्नी साबाे खातून ने पुलिस को बयान दिया है कि बेलाल ने गुस्से में सुफिया परवीन का गर्दन रेता था।

फिर सिर धड़ से अलग किया। वह इतने गुस्से में था कि हथियार से शरीर के अन्य हिस्से में भी प्रहार किया था।
सिर काटने के बाद एक बैग में लेकर रात वापस चंदवे स्थित अपने घर पहुंचा।

वहां से एक प्लास्टिक में नमक लेकर बेलाल और साबाे सिर के साथ घर से दूर खेत में पहुंचे और सिर काे जमीन में गाड़ दिया था।

तीनों ने मिलकर सूफिया का सिर गाड़ दिया

साबो नमक और कुदाल लेकर अपने बेटे और बेलाल के साथ लगभग एक किलोमीटर दूर खेत में गई और तीनों ने मिलकर सूफिया का सिर गाड़ दिया। इसके बाद से बेलाल लगातार घर में रहता था।

बेलाल अपने बेटे को दिन में तीन बार खेत की तरफ भेजता था और पूछता था कि खेत के पास लोग दिख रहे हैं या नहीं।

सूफिया के घरवालों ने उसकी पहचान की तो बेलाल को समझ में आ गया कि अब वह पुलिस की गिरफ्त में आ जाएगा। इसके बाद वह घर में बिना किसी को कुछ बताए फरार हो गया था।

इनाम की घोषणा के बाद एक व्यक्ति ने रांची पुलिस को दी थी सूचना

बता दें कि पांच लाख रुपये के इनाम की घोषणा के बाद 10 जनवरी को एक व्यक्ति ने रांची पुलिस को सूचना दी कि चान्हो थाना क्षेत्र के चटवल गांव निवासी एक दंपती मोहम्मद कुतुबुद्दीन व राबिया की बेटी सूफिया परवीन दो माह से लापता है।

सूफिया के माता-पिता पुलिस के पास पहुंचे और बेटी का पहचान चिह्न भी बताया।

बहुत हद तक पहचान चिह्न मैच कर गया। इसके बाद पुलिस ने डीएनए जांच के लिए माता-पिता का नमूना भी लिया।

माता-पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी पुत्री सूफिया छह बहन व तीन भाइयों में पांचवें स्थान पर थी। सूफिया से चान्हो के बलसोकरा गांव निवासी मोहम्मद खालिद ने प्रेम विवाह कर लिया था।

मोहम्मद खालिद पहले से शादीशुदा था, उसका ससुराल सूफिया के मायके के पड़ोस में था।

वहां आने-जाने के दौरान उसकी सूफिया से दोस्ती हो गई थी और उसने शादी कर ली थी। मोहम्मद खालिद सूफिया को लेकर दिल्ली गया था।

वहां खालिद से खटपट होने के बाद सूफिया भागकर चान्हो स्थित मायके आ गई थी। यहां चंदवे बस्ती निवासी आपराधिक चरित्र के युवक शेख बेलाल से हो गई।

शेख बेलाल पहले से शादीशुदा था, जिसकी पहली पत्नी साबो के अलावा एक 14 साल का बेटा व एक बेटी थी।

घर में आने के बाद सूफिया का शेख बेलाल की पहली पत्नी से विवाद होने लगा।

एक दिन शेख बेलाल ने भी सूफिया के साथ मारपीट की, जिसके बाद मई 2020 में सूफिया ने पिठोरिया थाने में शेख बेलाल पर दहेज उत्पीड़न व मारपीट का केस करवा दिया।

एक माह बाद ही शेख बेलाल अवैध हथियार के साथ पिठोरिया थाने की पुलिस के हाथों पकड़ा गया और जेल भेजा गया।

इधर, कुछ माह बाद ही शेख बेलाल जेल से छूट गया। बाद में न तो शेख बेलाल का पता था और न ही सूफिया का। इस परिजनों का शक बेलाल पर गहरा गया था।

घुमाने के बहाने सोफिया को साथ ले गया था

पुलिस को आरंभिक जांच में जानकारी मिली है कि बेलाल बहला-फुसला कर सूफिया को घुमाने के बहाने दो जनवरी को परसागढ़ जंगल ले गया था। वहां तेज धार हथियार से उसकी हत्या कर दी।

कुछ घंटों बाद साक्ष्य छिपाने की नीयत से वह सूफिया का कटा सिर लेकर घर पहुंचा।

यहां उसने अपने बेटे से गड्ढा खोदने के लिए सब्बल मांगा और चंदवे स्थित अपने घर से दूर खेत में चला गया।

वहां उसने गड्ढा खोदा और नमक डालकर सिर को दबा दिया। ओरमांझी में जिस जगह पर हत्या हुई और जहां से सिर बरामद हुआ, उसके बीच की दूरी करीब पांच किमी है।

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