बीजिंग:अब पूरी दुनिया सामान्य जीवन की ओर लौट चुकी है, लेकिन चीन एकमात्र देश है जहां अब भी लाकडाउन लगा है। 5 दिन के भीतर ही चीन के 20 और शहरों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। चीन में अब लॉकडाउन वाले शहरों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है।
साथ ही लॉकडाउन में आबादी भी 21 करोड़ से बढ़कर अब 34 करोड़ हो गई है।सबसे बुरा हाल शंघाई और बीजिंग में है। यहां लोगों को घरों से निकलने की मनाही है। यहां तक कि होम डिलिवरी के लिए आए सामान लेने पर भी रोक लगाई गई है।
शंघाई में अब भी लगभग 5 हजार से ज्यादा लोग रोज पॉजिटिव आ रहे हैं। चीन में जीरो कोविड पॉलिसी फेल होने के बावजूद राष्ट्रपति जिनपिंग अपनी जीरो कोविड पॉलिसी पर अड़े हुए हैं।
जीरो कोविड पॉलिसी से ही कोरोना संक्रमण पर काबू
जिनपिंग ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि जीरो कोविड पॉलिसी से ही कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है। कोई भी देश चीन की इस पॉलिसी पर उंगली न उठाए। जीरो कोविड पॉलिसी में संक्रमण का केस आने पर मरीज को अनिवार्य रूप से अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
चीन में 9 मई को कोरोना के 3,475 नए केस सामने आए। यहां 357 लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। जबकि 3118 लोग ऐसे हैं, जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं मिला है। चीन में अब तक 5191 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी बीच, बीजिंग में भी अब तक सबसे गंभीर प्रतिबंधों का ऐलान किया गया है। शंघाई में संक्रमण बेकाबू न हो जाए, इसके लिए बीजिंग में और भी सख्ती कर दी गई है।
अभी बीजिंग में लॉकडाउन नहीं लगाया गया है, लेकिन रोज 1000 से ज्यादा केस आने के कारण 2 साल से 90 साल तक के सभी लोगों की टेस्टिंग के आदेश जारी किए गए हैं।
बीजिंग के 60 सबवे को बिना लॉकडाउन की घोषणा के ही बंद कर दिया गया है। स्कूल, रेस्टोरेंट-बार और जिम बंद कर दिए गए हैं। चीन के पड़ोसी हॉन्गकॉन्ग में जिंदगी पटरी पर लौट गई है। इसका बड़ा कारण हांगकांग द्वारा जीरो कोविड नीति की पालन नहीं करना है। हांगकांग में 5 मई से सभी होटल-रेस्टोरेंट खुल गए हैं।