रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि पारण परेड (Paran parade) के साथ आपका सफल प्रशिक्षण समाप्त हो रहा है। अब आप सरकार के अभिन्न अंग के रूप में जुड़ने जा रहे हैं।
आपने पूरे प्रशिक्षण अवधि (Training Period) के दौरान जिस तरह कड़ी मेहनत, लगन, उमंग, उत्साह और जोश दिखाया है, वह काबिल -ए- तारीफ है। अब आप अपने कर्तव्य और उत्तरदायित्व के निर्वहन में ऐसा ही प्रदर्शन करेंगे, ऐसी पूरी उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पलामू के लेस्लीगंज स्थित जैप- 8 वाहिनी परिसर में इंडिया रिजर्व बटालियन-10 (RBI) के पारण परेड समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु आरक्षियों के आकर्षक परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि Zap-8 वाहिनी परिसर लेस्लीगंज का जीर्णोद्धार किया जाएगा। यहां की समस्याओं के संबंध में जो जानकारियां मिली हैं, उसके समाधान के लिए जल्दी सरकार ठोस निर्णय लेगी।
554 प्रशिक्षु आरक्षण में 182 महिला आरक्षी
Zap-8 वाहिनी परिसर लेस्लीगंज में 250 बिस्तर की क्षमता वाले तीन नए बैरक बनाए जाएंगे। यहां पेयजल के लिए टंकी समेत अन्य व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की। इसके अलावा परिसर की बाउंड्री वॉल (Boundary wall) भी बनाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि आज हर दिन नई-नई चुनौतियां नए-नए रूप में सामने आ रही हैं। ऐसे में अपने यहां जो प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उसका इस्तेमाल आप इन चुनौतियों से निपटने में करें।
आप अपने प्रशिक्षण को सीमित ना रखें इसका दायरा बढ़ाए और पूरे प्रशिक्षण काल में जो दक्षता हासिल की है उसे और भी मजबूत करें, ताकि आप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन सफलतापूर्वक कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी नारी सशक्तिकरण की मिसाल है। यहां 554 प्रशिक्षु आरक्षण में 182 महिला आरक्षी हैं।
वहीं, मुसाबनी के कॉन्स्टेबल प्रशिक्षण सेंटर (Constable Training Center) में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 764 प्रशिक्षणार्थियों में 260 महिलाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने श्रेष्ठ धावक के रूप में मिथिलेश कुमार को सम्मानित किया
इस तरह दोनों ही प्रशिक्षण केंद्रों में 442 महिला प्रशिक्षु आरक्षी इस बात का प्रतीक है कि महिलाएं अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को पूरी तरह तैयार है।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह सचिव राजीव अरुण एक्का ने जवानों के उज्जवल भविष्य की कामना की और उनका उत्साहवर्धन किया।
उन्होंने कहा कि जवान अपनी जिम्मेदारी के साथ कानून एवं नियमों के पालन तथा अनुपालन कराने के लिए अग्रणी पंक्ति में खड़े रहें। जवानों को प्रशिक्षण देकर सभी कार्यों के लिए दक्ष बनाया गया है, ताकि वे समय और परिस्थितियों के साथ तेजी से कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर, आदिवासी, दलित, पिछड़े वर्ग के लोगों के सहयोग एवं मदद के लिए आगे रहें। उन्होंने कहा कि वर्दी का रंग ऐसा रखें, जिससे लोगों को सहयोग मिले और उनका हौसला बुलंद रहे।
मौके पर मुख्यमंत्री ने श्रेष्ठ महिला प्रशिक्षु और श्रेष्ठ परेड कमांडर ममता कुमारी और श्रेष्ठ पुरुष आरक्षी सह श्रेष्ठ धावक के रूप में मिथिलेश कुमार को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने पांडु और नावा बाजार थाना भवन का ऑनलाइन उद्घाटन किया
श्रेष्ठ धावक (महिला) प्रभा लकड़ा, श्रेष्ठ प्रशिक्षु राजेंद्र उरांव, अनुदेशक कमलेश दुबे और श्रेष्ठ टीआई ज्योतिन गोराई भी मुख्यमंत्री के द्वारा सम्मानित किए गए।
मुख्यमंत्री ने पांडु और नावा बाजार थाना भवन का ऑनलाइन उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने वाहिनी परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
पुलिस महानिरीक्षक नीरज सिन्हा ने कहा कि COVID-19 संक्रमण के कारण जवानों के प्रशिक्षण में व्यवधान हुआ लेकिन अब वे पूरी मुस्तैदी के साथ झारखंड पुलिस बल में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र के संबंध में अवगत कराते हुए कहा कि इस वाहिनी का सृजन 34.50 एकड़ में है। इस वाहिनी में प्रशिक्षण देने का कार्य वर्ष 2012 से प्रथम सत्र एवं 2012-13 में द्वितीय सत्र तथा 2017-18 में तृतीय सत्र के जवानों को बुनियादी प्रशिक्षण के अलावा 2018-19 तक जैप/ RBI संवर्ग के 10 वर्ष सेवा पूर्ण करने वाले आरक्षियों का एसपीसी प्रशिक्षण दी गई, जो आज राज्य के विभिन्न जिला, इकाइयों, वाहिनियों में अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं।
इस अवसर पर पांकी विधायक कुशवाहा शशि भूषण मेहता, मनिका विधायक रामचन्द सिंह, गृह कार्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा, पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) अनुराग गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक (Training) प्रिया दुबे, क्षेत्रीय पुलिस उपमहानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा और जिले के उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे, एसपी चंदन कुमार सिन्हा समेत कई अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।