रांची: झारखंड की शिक्षक पात्रता परीक्षा में बदलाव होने वाला है। इस संबंध में एनसीटीई NCTE ने झारखंड से 15 फरवरी तक शिक्षक पात्रता परीक्षाओं से संबंधित तमाम जानकारियां मांगी है।
यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों के तहत किया जाएगा, ताकि विभिन्न राज्यों में आयोजित होनेवाले टेट में एकरूपता लायी जा सके।
इसे लेकर एनसीटीई NCTE ने झारखंड सहित विभिन्न राज्यों से पहले से आयोजित की गयी शिक्षक पात्रता परीक्षाओं की जानकारी 15 फरवरी तक मांगी है। बता दें कि झारखंड में अब तक शिक्षक पात्रता परीक्षा दो बार हो सकी हैं।
2010 से लागू है झारखंड में टेट
वर्ष 2010 में शिक्षक नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता लागू की गई थी।
झारखंड में यह परीक्षा अब तक दो ही बार हुई है, जबकि हर वर्ष परीक्षा का आयोजन होना चाहिए था। वर्ष 2012 में पहली बार और वर्ष 2015 में दूसरी बार परीक्षा आयोजित की गयी थी।
क्या-क्या मांगी है जानकारी
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने पिछली परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों के पैटर्न, परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों एवं सफल अभ्यर्थियों समेत पूरी जानकारी निर्धारित प्रारूप में मांगी है।
इसमें परीक्षा को लेकर राज्यों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों की जानकारी भी मांगी गई है।
क्यों पड़ी जरूरत
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शिक्षक प्रशिक्षण को सुदृढ़ करने पर जोर दिया गया है। इसके तहत अब माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी ये परीक्षा होनी है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर नई गाइडलाइन जारी होने के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग अपनी नियमावली में बदलाव करेगा।
आपको बता दें कि शिक्षक नियुक्ति में एनसीटीई की गाइडलाइंस का अनुपालन अनिवार्य है।