पटना: बिहार (Bihar) के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को महागठबंधन की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब बिहार में जनप्रतिनिधि और काबिल अफसर नहीं, बल्कि लालू प्रसाद (Lalu Prasad) के दामाद और राजद कार्यकर्ता ही सरकार चलायेंगे।
उन्होंने कहा कि चारा घोटाला वालों के आगे नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इतने बेचारा और कमजोर हो गए कि वे सरकारी काम में अनुचित हस्तक्षेप नहीं रोक पाएंगे।
संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? Shree Modi
Shree Modi ने कहा कि वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव की अध्यक्षता वाले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) की पहली समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद के दामाद शैलेश कुमार न केवल मौजूद थे, बल्कि उसका संचालन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि RJD के तेजस्वी प्रसाद बतौर पथ निर्माण मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री जब पथ निर्माण और स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे, तब उनकी ठीक बगल में Party कार्यकर्ता संजय यादव मौजूद थे।
Modi ने सवाल किया कि क्या CM Nitish Kumar ने मंत्री के रिश्तेदारों, पार्टी कार्यकर्ताओं और निजी सचिवों को सरकारी बैठकों में शामिल होने का आदेश जारी कर दिया है? यदि नहीं, तो ऐसा होने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
अफसरों को चप्पल मार कर सीधा करने की धमकी
उन्होंने कहा कि अब Government उनकी है, जो अफसरों को चप्पल मार कर सीधा करने की धमकी दे चुके हैं। किसी IAS अधिकारी की मजाल नहीं कि वह सरकारी कामकाज में लालू परिवार का दखल रोक दे।
Modi ने सवाल उठाया कि यह गरीब राज्य एक व्यक्ति के प्रधानमंत्री (PM) बनने की महत्वाकांक्षा की कितनी कीमत चुकाएगा? सुशासन का क्या होगा?
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को इन बैठकों की तस्वीर सोशल मीडिया (Social Media) पर Viral हो रही है।